राजस्थान एसओजी ने आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा, उनके भांजे विजय डामोर तथा आरपीएससी के ड्राइवर गोपाल सिंह को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
एसओजी ने बताया के पेपर लीक आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा ने ही किया था। उन्होंने वाइस प्रिंसिपल शेरसिंह मीणा को पेपर 60 लाख रुपए में बेचा था। इसके बाद शेरसिंह मीणा ने भूपेंद्र सारण से 80 लाख रुपए में पेपर का सौदा किया था। पेपर लीक का एक आरोपी सुरेश ढाका अभी तक फरार है। एसओजी का दावा है कि उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
एसओजी एडीजी अशोक राठौड़ के अनुसार शुरुआती जांच में ही पता चल गया था कि किसी परीक्षा केंद्र से पेपर लीक नहीं हुआ है। पेपर आरपीएससी से ही लीक हुआ था। इसके बाद जानकारी के आधार पर विशेष टीम का गठन किया गया और जांच के आधार पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
बुधवार को आरपीएससी के मेंबर बाबूलाल कटारा, उसके भांजे विजय डामोर और ड्राइवर गोपाल को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 29 अप्रैल तक रिमांड पर भेज दिया गया है।
