कैडबरी बॉर्नविटा के बारे में एक युवक ने सोशल मीडिया पर एक मिनट का वीडियो क्या पोस्ट किया, हंगामा मचा गया। कंपनी सवालों के घेरे में आ गई। लोग भड़के और बॉर्नविटा को बायकॉट करने की मांग उठने लगी। मामला इतना बढ़ा कि कंपनी ने युवक को कानूनी नोटिस तक भेज दिया, जिसके बाद उसे अपना पोस्ट हटाना पड़ गया।
सोशल मीडिया पर इन्फ्लुएंसर रेवंत हिमतसिंगका ने एक वीडियो शेयर कर बॉर्नविटा की मिठास पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बॉर्नविटा में भारी मात्रा में चीनी है। इसमें कोको सॉलिड्स और कैंसर पैदा करने वाले रंग भी हैं, जो बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है। रेवंत एक न्यूट्रिशनिस्ट और हेल्थ कोच भी हैं। रेवंत के वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। ऐसा इसलिए, क्योंकि बॉर्नविटा की मार्केटिंग बच्चों के लिए हेल्दी ड्रिंक के तौर पर की जाती है।
लोगों ने कंपनी पर सवाल उठाने शुरू कर दिए तो कंपनी ने रेवंत के खिलाफ कानूनी नोटिस जारी कर दिया। इसके बाद रेवंत ने वीडियो डिलीट कर दिया। वीडियो को अभिनेता और राजनेता परेश रावल और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने भी शेयर किया था।
कंपनी द्वारा नोटिस भेजे जाने के बाद भी मामला नहीं थमा। पोस्ट हटाए जाने के बाद भी लोगों ने सोशल मीडिया पर हंगामा जारी रखा। इन्होंने कहा कि कंपनी ऐसा कर लोगों की आवाज दबा रही है। वहीं, नोटिस मिलने के बाद रेवंत ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर बयान देते हुए लिखा, 13 अप्रैल, 2023 को भारत की सबसे बड़ी कानून कंपनियों में से एक से कानूनी नोटिस मिलने के बाद मैंने सभी प्लेटफार्म से वीडियो को हटाने का फैसला लिया है। वीडियो बनाने के लिए मैं कैडबरी से माफी मांगता हूं। मेरा किसी ट्रेडमार्क का उल्लंघन करने या किसी कंपनी को बदनाम करने का इरादा नहीं था और मेरे पास कानूनी मामले में पड़ने के लिए रुचि और संसाधन नहीं हैं। मैं इस बहुराष्ट्रीय कंपनी से अनुरोध करता हूं कि वे इसे कानूनी रूप से आगे न बढ़ाएं।
इधर, कंपनी ने बयान जारी कर कहा कि ये दावे (रेवंत के दावे) ‘अवैज्ञानिक’ हैं और उन्होंने तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया तथा झूठे और नकारात्मक अनुमान लगाए हैं। कंपनी ने कहा कि उसे बीते 7 दशक से अधिक वक्त से भारतीय ग्राहकों का प्यार मिल रहा है। बॉर्नविटा में विटामिन ए, सी, डी, आयरन, जिंक, कॉपर और सेलेनियम न्यूट्रिएंट्स हैं, जो इम्युनिटी बढ़ाते हैं। कंपनी ने कहा कि वीडियो ने ‘चिंता और उपभोक्ताओं द्वारा बॉर्नविटा जैसे ब्रांड पर किए गए भरोसे पर सवाल खड़ा किया है। कंपनी ने इसी को कानूनी नोटिस देने का कारण बताया गया है।
कैडबरी की मालिक कंपनी मोंडेलेज इंडिया ने कहा कि 20 ग्राम बॉर्नविटा में 7.5 ग्राम चीनी होती है, जो करीब 1.5 चम्मच हुआ। यह बच्चों के लिए चीनी की दैनिक खुराक से बहुत कम है। कारमेल कलरेंट (150सी) पर कंपनी ने कहा कि यह ‘नियमों द्वारा परिभाषित दिशा निर्देशों के अनुसार एक सीमा के भीतर है।
नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार एक वयस्क को 30 ग्राम से अधिक चीनी नहीं लेनी चाहिए। इसी प्रकार 7-10 साल के बच्चों को 24 ग्राम और 4-6 साल के बच्चों को 19 ग्राम से अधिक चीनी का सेवन नहीं करना चाहिए। यह सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। वहीं अमेरिका में 2020-2025 के आहार से जुडे़ दिशा निर्देशों में 2 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों की कुल कैलरी के 10 प्रतिशत से कम चीनी की सीमा तय की गई है।
