मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ब्राम्हण समुदाय को साधने की कोशिश की है। उन्होंने आज परशुराम जयंती के कार्यक्रम में बड़ी ऐलान किया कि प्रदेश में ब्राह्मण बोर्ड का गठन किया जाएगा। यह बोर्ड ब्राह्मणों के हितों और कल्याण के लिए काम करेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त किया जाता है। मंदिर की जमीनों को नीलाम करने का अधिकार मंदिर के पुजारियों को दिया जाएगा। निजी मंदिर, जिनमें ट्रस्ट बना है, उन सबके पुजारियों को सम्मानजनक मानदेय दिया जाएगा। पुजारियों के मानदेय के लिए नियम बनाए जाएंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि संस्कृत के शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। आवश्यकता पड़ी तो आगे और ज्यादा भर्तियों की जाएंगीं। अभी फिलहाल 30 से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती की गई है। स्कूलों में भगवान परशुराम का पाठ भी छात्रों को पढ़ाया जाएगा। सीएम चौहान ने कहा कि गुफा मंदिर में कार्यक्रम के लिए भवन का निर्माण किया जाएगा, ताकि ऐसे आयोजनों के लिए कोई दिक्कत न हो।
