जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एक थाने में धरने पर बैठ गए। कुछ ही देर में अफवाह फैल गई कि पुलिस ने मलिक को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया कि न तो मलिक को थाने बुलाया गया. न ही उनकी गिरफ्तारी हुई है। मलिक के समर्थन में हरियाणा से कुछ किसान नेता दिल्ली में उनके आवास पर पहुंचे थे। वहां बिना इजाजत मीटिंग की जा रही थी।
सत्यपाल मलिक शनिवार को पुलिस से बहस के बाद थाने में धरने पर बैठे। पुलिस के अनुसार मलिक से आरके पुरम इलाके के एक सार्वजनिक पार्क में बिना अनुमति के बैठक आयोजित करने के बाद पूछताछ की गई है।
मलिक को भ्रष्टाचार के एक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से समन मिलने के एक दिन बाद यह घटनाक्रम सामने आया है। पुलिस ने कहा कि मलिक आरके पुरम के एक पार्क में बिना इजाजत के मीटिंग कर रहे थे, जिसके बाद उनसे पूछताछ की गई और कुछ नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस के एक्शन की खबर मिलते ही मलिक थाने पहुंच गए और धरना देने की घोषणा कर दी। सीबीआई ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में कथित बीमा घोटाले के संबंध में मलिक को समन जारी किया है। जम्मू कश्मीर में उनके राज्यपाल रहते हुए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश के मामले में उनसे पूछताछ की जाएगी। सीबीआई के तलब किए जाने पर मलिक ने ट्वीट कर लिखा- मैंने सच बोलकर कुछ लोगों के पाप उजागर किए हैं। शायद इसलिए मुझे बुलाया गया है। मैं किसान का बेटा हूं, घबराऊंगा नहीं। मैं सच के साथ खड़ा हूं, अंत में उन्होंने हैशटैग #CBI भी लिखा।
