प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू पर विवादित टिप्पणी करने पर फंसी एक्ट्रेस पायल रोहतगी सोमवार को एक बार फिर राजस्थान में बूंदी की अदालत में पेश हुईं। उनके साथ पति संग्राम सिंह भी थे। उनका ये मामला स्वतंत्रता सेनानी कमला नेहरू का चरित्र हनन कर इंदिरा गांधी को नेहरू की अवैध संतान बताने से जुड़ा है।
रोहतगी ने अतिरिक्त विशिष्ट सिविल न्यायालय में पेश होकर विभिन्न कारणों से अग्रिम सुनवाई के लिया अन्य तारीख़ दिए जाने का आग्रह किया। उसके बाद मामले की अगली तारीख़ 10 जुलाई तय की गई।
पिछले साल जुलाई में भी एक्ट्रेस रोहतगी को बूंदी कोर्ट के समक्ष पेश होना था, लेकिन वो नहीं पहुंची। उससे पहले भी वे कई महीनों तक अदालत में पेश नहीं हो रही थीं। जबकि आरोपी पर चार्ज की प्रक्रिया में उसका उपस्थित रहना अनिवार्य होता है। पायल पर समाज में अश्लीलता फैलाने की धारा आईटी एक्ट 67 व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है। उनके गैर हाजिर रहने और हाजिरी माफी के दौरान न्यायाधीश ने तल्ख टिप्पणी करते हुए 24 अप्रैल को आवश्यक रूप से उपस्थित होने आदेश दिए थे।
एक्ट्रेस पायल ने पूर्व में बूंदी अदालत के समक्ष पेश नहीं होने का कारण अपनी ही शादी समारोह में शामिल होने को हवाला दिया था। इसे लेकर उन्होंने बाकायदा एक प्रार्थना पत्र भी पेश किया और उपस्थित होने में असमर्थता जताई थी। इसपर एसीजेएम कोर्ट ने पायल को पेश होने के लिए अन्य तारीख दी थी।
स्वतंत्रता सेनानी कमला नेहरू और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी पर पायल रोहतगी के खिलाफ अक्टूबर 2019 में बूंदी के सदर थाने में आईटी एक्ट 67 व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। बूंदी के कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा ने पायल रोहतगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। पुलिस ने दिसंबर 2019 में पायल रोहतगी को गिरफ्तार कर एसीजेएम कोर्ट में प्रस्तुत किया था। कोर्ट ने आरोपी अभिनेत्री को जेल भेज दिया था। एक दिन जेल में रहने के बाद रोहतगी को एडीजे कोर्ट से जमानत मिल गई। ज़मानत पर होते हुए कोर्ट के निर्देशों के बाद भी पेश नहीं होने पर पायल पर फिर से गिरफ्तारी का खतरा भी मंडरा रहा था।
