उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं के लिए मौसम बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। धाम में लगातार बर्फबारी हो रही है। बर्फबारी की वजह से धाम में शाम को तापमान माइनस तीन डिग्री तक पहुंच जा रहा है, जिस कारण पैदल मार्ग और धाम में श्रद्धालुओं को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने तीन मई तक चारधाम में बर्फबारी की चेतावनी जारी की है।
रुद्रप्रयाग पुलिस ने लोगों से अपील है कि वो मौसम का मिजाज देखकर ही आगे बढ़ें। बाबा केदार के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं से सरकार ने निवेदन किया है कि वो एक मई के बाद का ही अपना रजिस्ट्रेशन कराएं, क्योंकि एक मई के लिए करीब 30 हजार लोगों ने बाबा केदार के दर्शन करने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। बर्फबारी के बाद केदारनाथ धाम में लगातार तापमान में गिरावट देखी जा रही है, जिससे वहां ठंड काफी बढ़ गई है, जिसका असर बुजुर्ग तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।
केदारनाथ धाम में अभीतक चार लोगों की मौत हो चुकी हैं। इन तीर्थयात्रियों की मौत का कारण ठंड और ऑक्सीजन की कमी के कारण हार्टअटैक आना बताया जा रहा है। अभी तक दो हजार से अधिक यात्रियों का इलाज किया गया है।
रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा भदाणे ने कहा कि मौसम को देखते हुए यात्रा का संचालन किया जा रहा है। सोनप्रयाग में रजिस्ट्रेशन चेक करने के बाद यात्रियों को आगे भेजा जा रहा है। सुबह चार बजे से गौरीकुंड बैरियर यात्रियों के लिये केदारनाथ धाम जाने के लिये खोला जा रहा है। बीते पांच दिनों में 70 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। यात्रियों की भीड़ के कारण सोनप्रयाग में लंबा जाम लग जा रहा है।
मौसम खराब होने के कारण तीर्थयात्रियों को सुबह 10 बजे तक ही सोनप्रयाग से आगे के लिए भेजा जा रहा है। सोनप्रयाग से ही यात्रियों को शटल सेवा के जरिये गौरीकुंड के लिये भेजा जा रहा है। गौरीकुंड से ही केदारनाथ धाम के लिए 16 किमी की लंबी खड़ी चढ़ाई शुरू होती है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड बैरियर सुबह चार बजे खोले जा रहे हैं। गौरीकुंड बैरियर को इन दिनों मौसम खराब होने के कारण दोपहर 12 बजे बंद किया जा रहा है।
