सड़क के बीच लटक रहे हाईटेशन बिजली के तारों को छूते ही एक टेंपो में करंट दौड़ गया और आग लग गई। आग में दो युवक एवं दो घोड़ी जिंदा जल गए। वहीं करंट की चपेट में अन्य भी घायल हो गए। जैसे तैसे वहां से बाहर निकले। ये युवक किसी विवाह समारोह की बिन्दौली में भाग लेकर लौट रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया।
कपासन थानाधिकारी गजेंद्र सिंह ने बताया कि हथियाना निवासी शांतिलाल गाडरी शादियों के दौरान निकलने वाली बिंदौली में घोड़ी ले जाता था। वह शुक्रवार को शांतिलाल अपने छोटे भाई कैलाश को साथ लेकर गांव पांछली में बिंदौली कार्यक्रम में दो घोड़ी लोडिंग टेंपो में लेकर गए थे। टैंपो गांव हथियाना निवासी किशन खटीक का था और किशन ही चला रहा था। टेंपो में हथियाना निवासी शिवलाल पुत्र बंशीलाल तेली भी था, जो ड्राइवर के साथ गया था। पांचली गांव में बिंदौली निकालने के बाद सभी सुबह 3 बजे टेंपो से वापस लौट रहे थे। इस दौरान रामथली के पास 11 केवी लाइन का तार फॉल्ट होने के कारण टूट कर नीचे लटक रही थी। अंधेरा होने की वजह से तार दिखाई नहीं दिया। जैसे ही 11 केवी की लाइन ने टेंपो को छुआ करंट दौडऩे लगा। करंट का झटका लगते ही ड्राइवर किशन ने टेंपो को रोक दिया। हादसे में रामथली निवासी शांतिलाल (28) पुत्र लेहरू गाडरी और टैंपो ड्राइवर गांव हथियाना निवासी किशन लाल (44) पुत्र शंकरलाल खटीक की जिंदा जलने मौत हो गई। वहीं टेंपो में सवार दो घोड़ी भी जिंदा जल गई।
टेंपो में करंट फैलते ही शांतिलाल (28) एवं कैलाश (25) और शिवलाल जान बचाने के लिए बाहर की तरफ भागे, लेकिन ड्राइवर बाहर नहीं निकल पाया। किशन को फंसा हुआ देख घोड़ी मालिक शांतिलाल बचाने के लिए दौड़ा। इस दौरान शांतिलाल भी करंट की चपेट में आया गया। देखते ही देखते टेंपो में आग गई। दो अन्य साथियों के सामने किशन, शांतिलाल और दो घोड़ी जिंदा जल गई।
