राजस्थान के भरतपुर जिले में आरक्षण की मांग को लेकर कुशवाहा, शाक्य,सैनी आदि समाजों का आंदोलन रविवार को 10वें दिन भी जारी रहा। जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर गांव अरोदा के पास चक्का जाम और धरना प्रदर्शन जारी है।
अब मोहन सिंह का अंतिम संस्कार हो चुका है। मृतक आंदोलनकारी मोहन सिंह सैनी के शव का दाह संस्कार होने के बाद आंदोलनकारी अभी भी हाईवे पर डटे हुए हैं। आंदोलनकारी एक मई को वार्ता के लिए जयपुर जाएंगे और उसके बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी।
आरक्षण की मांग पर सुसाइड करने वाले आंदोलनकारी मोहन सिंह सैनी के शव का शुक्रवार देर रात को पोस्टमार्टम परिजनों की मौजूदगी में कराया गया। उसके बाद भारी पुलिस फोर्स के साथ मोहन सिंह के शव को गांव ले जाया गया। फिर शनिवार रात 12 बजे भारी पुलिस जाप्ते के बीच हलैना के मूडिया गंधार गांव में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस प्रशासन को डर था कि आंदोलनकारी कहीं शव को लेकर हाईवे पर न बैठ जाए। इसलिए देर रात पुलिस की मौजूदगी में आनन-फानन में मोहन सिंह का अंतिम संस्कार करवा दिया गया।
