इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी अब आरक्षण की मांग उठी है। तमिलनाडु में पट्टाली मक्कल कच्ची (पीएमके) के सांसद अंबुमणि रामदौस ने यह मांग उठाते हुए कहा कि चेन्नई सुपर किंग्स टीम में किसी तमिल क्रिकेटर का न होना दुखद है।
पीएमके सांसद रामदौस ने मीडिया से बातचीत में कहा तमिलनाडु में ऐसा कानून बनाया जाना चाहिए, जिससे यहां के 80 फीसदी काम तमिलों को ही मिले और यही नियम आईपीएल पर भी लागू होना चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा, मैं धोनी को पसंद करता हूं, लेकिन यह दुखद है कि सीएसके में कोई तमिल खिलाड़ी नहीं है।
रामदौस ने कहा, मैं भी सीएसके का समर्थक हूं। मुझे धोनी बहुत पसंद हैं। धोनी के लिए हम सीटी बजाते हैं, लेकिन यह निश्चित रूप से दुख की बात है कि उस टीम में एक भी तमिल नहीं है। 20 खिलाड़ी हैं, इनमें कम से कम एक तमिल तो होना चाहिए था। चेन्नई के नाम पर बनी टीम में तमिलनाडु के खिलाड़ी नहीं होने का क्या औचित्य है।
वैसे तमिलनाडु के 12 खिलाड़ी आईपीएल 2023 में खेल रहे हैं, लेकिन उन सभी को सीएसके की जगह दूसरी फ्रेंचाइजी ने खरीदा है। चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल में सबसे सफल टीमों में से एक है, जो इस लीग के इतिहास में रिकॉर्ड चार बार विजेता रही है। सीएसके आईपीएल 2023 में अपने पांचवें खिताब के लिए मुकाबला कर रही है और फिलहाल अंक तालिका में चौथे स्थान पर हैं।
रामदास ने इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया था कि चेन्नई में आईपीएल क्रिकेट मैचों के दौरान प्रतिबंधित तंबाकू उत्पादों से जुड़ा कोई भी विज्ञापन न तो दिखाया जाए और न ही टेलीविजन पर प्रसारित किया जाए।
