राजस्थान के नागौर जिले के पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने शिकायत मिलने पर हनीट्रैप गैंग से जुड़ी महिला हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया है। इस महिला पुलिसकर्मी के खिलाफ विभागीय जांच भी करवाई जाएगी।
मामला नागौर जिले के मकराना थाने की महिला हेड कॉन्स्टेबल राजकुमारी मीणा से जुड़ा हुआ है। यौन शोषण के झूठे मामले में लोगों को फंसाने वाले गैंग को यह महिला पुलिसकर्मी संरक्षण प्रदान करती थी। पिछले दिनों जिले के एसपी जोशी को एक शिकायत मिली कि देह व्यापार से जुड़ी कुछ युवतियां और बदमाश प्रवृत्ति के युवकों का एक गैंग जिले में सक्रिय है और मकराना की महिला हेड कांस्टेबल राजकुमारी मीणा उनका सहयोग करती है।
हेड कॉन्स्टेबल मीणा के सहयोग से गैंग से जुड़ी युवतियां दौलतमंद लोगों को चिन्हित कर उनके साथ शारीरिक सबंध बनाती हैं, फिर उन्हें फंसाने का खेल किया जाता है। पहले तो संबंध बनाकर, फिर पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाकर फंसाने की धमकी देकर पीड़ितों से मोटी वसूली की जाती है। हेड कांस्टेबल राजकुमारी मीणा समझौता कराने की आड़ में बड़ी राशि लेती है। मामले बिना पुलिस की दखल में ही चल रहे थे।
इस पर नागौर एसपी जोशी ने एक जांच कमेटी का गठन किया। रिपोर्ट में शिकायत सही पाई गई। जिस पर सोमवार की रात्रि को जोशी ने हेड कांस्टेबल राजकुमारी मीणा को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं, निलंबन के दौरान राजकुमारी मीणा का कार्यालय नागौर पुलिस लाइन रहेगा और उसकी विभागीय जांच भी करवाई जाएगी।
