भारतीय कुश्ती महासंघ प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन जारी है। आज भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन (आईएओ) की अध्यक्ष पीटी उषा वहां पहुंचकर पहलवानों से मुलाकात की। इससे पहले वह पहलवानों के विरोध की कड़ी आलोचना कर चुकी थीं। पहलवानों ने उनके बयान पर हैरानी जताई थी।
जंतर-मंतर पर पूर्व ओलंपियन पीटी उषा ने धरने पर बैठे पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मालिक और बाकी पहलवानों से बातचीत की। बजरंग पूनिया ने बताया, पीटी उषा ने बोला कि वे हमारे साथ खड़ी हैं और हमें न्याय दिलाएंगीं। वे पहले एक एथलीट हैं और फिर कुछ और। पीटी उषा ने यह भी कहा कि उनकी टिप्पणियों का गलत अर्थ निकाला गया। फिर बजरंग पूनिया ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह के जेल जाने तक हम यहीं रहेंगे।
विनेश फोगाट ने खेल मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमने केंद्रीय खेल मंत्री (अनुराग ठाकुर) से बात करने के बाद अपना धरना समाप्त कर दिया था और सभी एथलीटों ने उन्हें यौन उत्पीड़न के बारे में बताया था। लेकिन उन्होंने एक कमेटी बनाकर मामले को दबाने की कोशिश की। उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई। विनेश फोगाट ने खुलासा किया कि जंतर-मंतर पर बैठने से तीन-चार महीने पहले हम एक अधिकारी से मिले थे। हमने उन्हें सब कुछ बताया था कि कैसे महिला एथलीटों का यौन उत्पीड़न हो रहा है। मानसिक रूप से उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो हम धरने पर बैठ गए। फोगाट ने कहा, “एक शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ खड़ा होना मुश्किल है, जो लंबे समय तक अपनी शक्ति और स्थिति का दुरुपयोग करता रहा।
