सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में 12 प्रतिशत आरक्षण सहित विभिन्न मांगों को लेकर आगरा-जयपुर नेशनल हाईवे-21 जाम करने वाले सैनी, शाक्य, कुशवाहा, माली औऱ काछी समाजों के आंदोलनकारियों पर प्रशासन ने एक्शन लिया है। भरतपुर जिले में अरोंदा के समीप हाईवे-21 जाम करने पर लखनपुर थाने में 600 आंदोलनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जिनमें से फुले आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी सहित 40 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ है। एसएचओ योगेंद्र सिंह मामले की जांच कर रहे है।
थाने में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार हाईवे जाम करने वाले 600 लोगों के खिालाफ राजकार्य में बाधा डालने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने सहित अनेक धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया कि सैनी समाज के लोगों ने गांव अरौदा के समीप 21 अप्रैल को नेशनल हाईवे जाम कर दिया था। इसके बाद 2 मई को संघर्ष समिति संयोजक मुरारी सैनी, सह संयोजक शैलेंद्र कुशवाह और अंजली नाली के ऐलान के बाद आंदोलनकारी दोपहर बाद हाईवे से हट गए थे।
