दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों को आज सुप्रीम कोर्ट से निराशा मिली। वहीं, कल रात पुलिस से झड़प के बाद पहलवानों के समर्थन में दिल्ली आ रहे किसानों और महिला पहलवान गीता फोगाट को रोके जाने से माहौल गरमा गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने पलहवानों की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए महिला पहलवानों के मामले की निगरानी रिटायर्ड जज से कराने की मांग को खारिज करते हुए कहा अगर कोई शिकायत है तो वे निचली अदालत जा सकते हैं। पीड़ित हाईकोर्ट भी जा सकते हैं। कोर्ट ने कहा, मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। कोर्ट की सुनवाई का उद्देश्य एफआईआर को लेकर था, जो पूरा हो चुका है।
इधर, दिल्ली पुलिस ने करीब 15 लोगों को हिरासत में ले लिया। किसान संघ के नेता अभिमन्यु कोहाड़ पहलवानों का समर्थन करने के लिए सोनीपत से दिल्ली आ रहे थे। दिल्ली आ रहीं पहलवान गीता फोगाट को रोका गया तो उन्होंने दिल्ली पुलिस को टैग करते हुए ट्वीट किया, अभी भी मेरी गाड़ी को करनाल बाईपास पर आपकी पुलिस ने रोका हुआ है। शर्म आती है ऐसी पुलिस पर। मुझे पुलिस थाने में जाने को बोल रही है। हद हो गई, जिसको थाने में ले जाना चाहिए, उसके बढ़-चढकर इंटरव्यू लिये जा रहे हैं।
इसबीच, जंतर-मंतर पर भीड़ बढने की आशंका से दिल्ली पुलिस ने आसपास के जिलों के डीसीपी को सीमावर्ती इलाकों में अलर्ट पर रहने को कहा है। मध्य दिल्ली की ओर जाने वाली सड़कों पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। कई जगहों पर बेरिकेड्स लगा दिए गए हैं। पुलिस को कुछ ऐसे इनपुट मिले हैं कि बड़ी संख्या में लोग जंतर-मंतर पहुंच सकते हैं, जहां पहलवान प्रदर्शन कर रहे हैं।
बुधवार रात को जंतर मंतर पर हुए भारी हंगामे के बाद पुलिस की भारी फ़ोर्स वहां तैनात की गई है। सीआरपीएफ की भी मौजूदगी है। धरना स्थल पर किसी को भी जाने की इजाज़त नहीं है। लोगों को रोकने के लिए बैरिकेड लगाए गए हैं। उधर, रोहतक में इनेलो नेता व ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला ने चेतावनी दी है कि केंद्र सरकार की अक्ल ठिकाने लगाने के लिए दिल्ली को चारों तरफ से घेरना पड़ेगा।
