वेरी वेरी स्पेिशल वीवीएस लक्ष्मण अपनी बैटिंग आने से पहले न केवल पानी की बौछारों से खुद को शांत करते, बल्कि इत्मिनान के साथ नहाते भी थे। ऐसा वह हर मैच में करते।
एक वाकिया साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्टी से जुड़ा है। उस मैच में सचिन तेंदुलकर को नंबर चार पर बल्लेबाजी करने से रोक दिया गया, क्योंकि वह इनिंग खत्म होने के कुछ वक्त पहले मैदान से बाहर आ गए थे। उधर, आदत के मुताबिक वीवीएस लक्ष्मण बाथरूम में नहाने में मशगूल थे। यह बात टीम को पता चली तो लक्ष्मण को बाथरूम से जल्द से जल्द निकालने की कोशिशें शुरू हुईं।
लक्ष्मण बाहर आए तो उनके एक पैर में सचिन तेंदुलकर ने पैड बांधे तो दूसरे में सौरव गांगुली ने। कोच भी गार्ड पहनाने में लगे थे, ताकि सही समय पर लक्ष्मण मैदान में पहुंच सकें। खैर, वक्त पर वीवीएस क्रीज पर आ गए और उन्होंने पारी को संभाला भी।
बैटिंग से पहले नहाने से जुड़ा एक वाकिया कपिल देव की भी है। 1983 का वर्ल्ड कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ टॉस के बाद कप्तान कपिल देव बाथरूम में चले गए। वह इत्मिनान से नहा रहे थे। उन्हें क्या पता था कि टीम इतनी जल्दी मुसीबत में आ जाएगी। लेकिन जब ड्रेसिंग रूम में बैठे लोगों ने एक के बाद एक बल्लेथबाजों को आते-जाते देखा तो वे भागे-भागे बाथरूम के पास आए और दरवाजा खटखटाकर इत्तिला दी कि कैप्टीन चलो बैटिंग आ गई। बदन पर साबुन लगाए कपिल को समझ ही नहीं आया कि आखिर हुआ क्या ? जैसे-तैसे वह बाहर आए और 175 रन की तूफानी पारी खेल डाली। कपिल देव की इसी ऐतिहासिक पारी ने भारत को वर्ल्डल कप जीतने की दिशा में आगे बढ़ाया था।
