मेरठ के मेडिकल थाना क्षेत्र में तेजगढ़ी के पास पुलिस ने फर्जी मैरिज ब्यूरो गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह फर्जी मैरिज ब्यूरो चलाता था और भोले-भाले युवक-युवतियों को शादी का लालच देकर फंसाता था। यहां युवक-युवतियों से पैसे और जेवर एडवांस में ले लिये जाते थे। कुछ दिनों के बाद मैरिज ब्यूरो अपना ठिकाना बदल देता था। जब ग्राहक शादी कराने की बात करता, तो उसे जान से मारने की धमकी देकर डराकर भगा देते। पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद के युवक को शादी के नाम पर मेरठ बुलाकर युवक से 12 हजार 500 रुपये और चांदी की पायल एडवांस में ली गई। जब युवक शादी करने पहुंचा, तो उसे जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया गया। मेरठ पुलिस ने रविवार रात फर्जी मैरिज ब्यूरो के सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जहां बाहरी शहरों के युवाओं को शादी के झांसे में फंसाकर ठगी की जा रही थी। पुलिस ने मौके से 3 युवतियों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना और उसका एक साथी मौके से फरार हो गए।
गाजियाबाद के प्रताप विहार का रहने वाले रामानंद पाठक ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी नहीं हो रही थी। इंटरनेट और दोस्तों की मदद से उसे मेरठ के इस शादी संगीत मैरिज ब्यूरो की जानकारी मिली। उसने इस मैरिज ब्यूरो की बेवसाइट पर जाकर अपना प्रोफाइल डाल दिया। इसके बाद उसके पास आंशू नाम के युवक का फोन आया। उसने कहा कि मेरठ शास्त्रीनगर पीवीएस मॉल के पीछे हमारा ऑफिस है, वहां आ जाओ, यहीं हम शादियां कराते हैं, आपकी भी करा देंगे। पीड़ित ने आंशू की बातों को सही मानकर रामानंद गाजियाबाद से अपने परिजनों के साथ 2 मई को मेरठ मैरिज ब्यूरो के दफ्तर पहुंचा, जहां उसे 3 लड़कियां दिखाई गईं। इसके बाद रामानंद से 12,500 रुपये एडवांस लिए गए। रामानंद ने बताया उससे कहा गया कि जो लड़की पसंद आएगी, तो बता देना। रामानंद ने एक लड़की को पसंद कर फाइनल कर दिया।
मैरिज ब्यूरो के स्टाफ ने कहा कि जो लड़की पसंद आई है, उससे रोका करने के लिए इसे चांदी की पायल दिला दो। फिर 5 दिन बाद आना आपकी कोर्ट मैरिज करा देंगे। रामानंद के परिवार ने लड़की को चांदी की पायल देकर रोका कर दिया। 5 दिन बाद रविवार को रामानंद ने कॉलर आंशू से बात की, तो उसने कहा कि तेजगढ़ी के पास हमारा नया ऑफिस लवबाइट नाम से है, वहां आना होगा। रामानंद शादी करने के चक्कर में रविवार को जब परिवार समेत लवबाइट ऑफिस में पहुंचा, तो वहां कुछ भी नहीं था। आरोप है कि मैरिज ब्यूरो स्टाफ ने ग्राहक और उसके परिवार को धमकाया। आरोपियों ने कहा, “ज्यादा बोले तो जान से मार देंगे, अगर कहीं शिकायत की तो बचोगे नहीं, इसलिए चुपचाप भाग जाओ।”
पीड़ित परिवार पहले शिकायत करने से डरता रहा। बाद में उन्होंने मेडिकल थाने में पुलिस को इस फर्जी मैरिज ब्यूरो की कहानी बताई। सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और देखा वहां युवक-युवतियां बैठे थे। पुलिस ने छापेमारी में 3 युवतियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया। इसमें वो लड़की भी थी, जो रामानंद ने अपनी शादी के लिए फाइनल कर उसे पायल और पैसे दिए थे। पुलिस ने छापेमारी के लिए पूरा प्लान बनाया था। पुलिस ने एक कांस्टेबल को कस्टमर बनाकर मैरिज ब्यूरो में कॉल कराया। मैरिज ब्यूरो स्टाफ ने कांस्टेबल को लवबाइट में बुलाकर लड़की पसंद करने को कहा। प्लान के अनुसार, कांस्टेबल वहां गया, उसे भी वही युवतियां दिखाई गईं जो रामानंद को दिखाई थीं। उसने एक युवती को पसंद कर फाइनल कर दिया। मैरिज ब्यूरो वालों ने रामानंद की तरह उससे भी पायल और पैसे मांगे। कहा- पांच दिन बाद आना शादी करा देंगे, तभी पुलिस ने छापा मार लिया। पुलिस की छापेमारी में 3 युवतियां पकड़ी गईं और 2 युवक मौके से भाग गए, जिनकी तलाश चल रही है। पीड़ित परिवार की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। अभी तक की जांच में पता चला है कि इन 3 युवतियों ने एनसीआर और वेस्ट यूपी के करीब 70 लड़कों को इसी तरीके से अपने जाल में फंसाया हैं।
