ग्वालियर में एक बुजुर्ग मां को उसके बेटा और बहू पिछले तीन साल से प्रताड़ित कर रहे थे। बेटे ने पुश्तैनी घर बेच दिया था। उसके बाद वह हाईवे के किनारे की 2 बीघा बेशकीमती जमीन बेचने के लिए मां को तीन साल से प्रताड़ित कर रहा था। आज मदर्स डे के दिन बुजुर्ग महिला जब पुलिस थाने जा रही थी, तो रास्ते में पुलिस अधिकारी ने उन्हें अपनी कार में बैठाया। वे महिला को लेकर उनके घर पहुंचे। पुलिस को घर में देख बेटे और बहू की हेकड़ी निकल गई। पुलिस अफसर ने जब दोनों को समझाया तो उन्होंने मां से माफी ही नहीं मांगी, दोनों ने महिला का ख्याल रखने की कसम खाई और उसके पैर दबाने लगे।
जानकारी के अनुसार यह घटना घाटीगांव थाना इलाके के भट्ट का पूरा की है। वहां बुजुर्ग महिला काशीबाई सहरिया को उनका बेटा और बहू प्रताड़ित कर रहे थे। तंग आकर काशीबाई उनकी शिकायत करने घाटीगांव थाने जा रही थी। रास्ते में उसे घाटीगांव एसडीओपी संतोष पटेल मिल गए। बुजुर्ग महिला ने अपना आवेदन दिखाते हुए पटेल से कार्रवाई करने की गुहार लगाई। काशीबाई ने बताया कि उनके पति भंता सहरिया का करीब 10 साल पहले देहांत हो चुका है। पति की मौत के बाद बेटे पंजाब सिंह ने धीरे-धीरे उनका पुश्तैनी मकान और दूसरी जगह बेच दी। अब पंजाब सिंह हाईवे किनारे बची 2 बीघे खेती की जमीन बेचने के लिए प्रताड़ित कर रहा है।
महिला की बात सुनकर एसडीओपी ने बुजुर्ग महिला को अपनी गाड़ी में बैठाया और उसके गांव निकल पड़े। काशीबाई को लेकर पुलिस अधिकारी भट्ट का पूरा गांव पहुंचे तो लोग हैरान रह गए। बुजुर्ग एसडीओपी संतोष पटेल के साथ अपने घर के अंदर दाखिल हुई। बुजुर्ग मां के साथ पुलिस को देखकर बेटे पंजाब और बहू के पैरों तले जमीन खिसक गई। बेटा पंजाब और बहू दोनों ने मिलकर बुजुर्ग काशीबाई के पैर पकड़ लिए। बेटा बहू दोनों बुजुर्ग काशीबाई से पैर पकड़ कर माफी मांगने लगे और जब तक माफ नहीं किया तब तक पैर दबाते रहे।
पुलिस आने की जानकारी लगने पर काशीबाई की बेटी भी पहुंच गई। बेटी ने बताया कि उनका भाई पंजाब और भाभी ने पिछले 3 साल से बुजुर्ग मां को खाना तक नहीं दिया है। इस पर पुलिस ने बेटे पंजाब सिंह और बहू को सख्त लहजे में बुजुर्ग काशीबाई का ध्यान रखने की हिदायत दी। बेटा-बहू ने मां के 3 साल बाद पैर छुए और अपने किए पर पछतावा करते हुए माफी मांगी। दोनों ने पुलिस के सामने संकल्प लिया कि वह बुजुर्ग मां का अच्छे से ख्याल रखेंगे। घर में सुलह, समझौता होने के बाद बुजुर्ग काशीबाई ने एसडीओपी संतोष पटेल के माथे पर हाथ फेर कर उन्हें आशीर्वाद दिया।
