भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान से इस वर्ष मानसून देर से आएगा। आने वाले दिनों में गर्मी और सताएगी। आईएमडी का कहना है कि केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत में देरी होगी। यह चार जून को दस्तक दे सकता है। मानसून के समय पर सक्रिय होने का भारत के लिए खास महत्व है। मानसून बीते वर्ष 1 जून को दक्षिणी राज्य में पहुंचा था। फिलहाल अभी देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहने वाला है।
मानसून में देरी की वजह से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। भारत में मानसून से किसान काफी प्रभावित होते है। बारिश पर ही उनकी खेती और बुवाई निर्भर रहती है। मानसून केरल से शुरू होकर देश के बाकी राज्यों में पहुंचता है।
आईएमडी अधिकारी कुलदीप श्रीवास्तव ने मंगलवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से हीटवेव ने उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों को काफी प्रभावित किया है। अगला पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत में आ रहा है। आने वाले 7 दिनों तक हीटवेव की स्थिति नजर नहीं आ रही है। हालांकि इस दौरान तापमान में वृद्धि होगी और पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
आईएमडी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर-पूर्वी राजस्थान में धूल भरी हवाएं चलती रहेगी। एक पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने से तेज हवाएं चल रही हैं। इन दिनों वातावरण शुष्क है और 40-45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं सतह से धूल उठा रही हैं।
