उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को अपनी स्कूल टीचर से मुलाकात की। इस दौरान उपराष्ट्रपति की पत्नी भी उनके साथ थीं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपनी स्कूल टीचर रत्ना नायर से मिलने के लिए केरल के कन्नूर जिले के पन्नियानुर गांव पहुंचे थे। उनको अपने घर पर देखकर रत्ना नायर ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, ये मेरे जैसे किसी भी शिक्षक के लिए सच्ची गुरुदक्षिणा है।
उपराष्ट्रपति ने अपनी टीचर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि आज वो अपने जीवन में जो कुछ भी बन पाए हैं, वो सिर्फ और सिर्फ इन जैसे शिक्षकों की वजह से ही संभव हो पाया है।
रत्ना नायर ने बताया कि सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ एक बोर्डिंग स्कूल है और छात्र साल के लगभग 9 महीने अपने शिक्षकों के साथ बिताते हैं। इसलिए शिक्षकों के साथ उनके घनिष्ठ संबंध बन जाते हैं। उनके माता-पिता बीच-बीच में स्कूल आते थे। उन्होनें कहा, मुझे याद है कि जगदीप के पिता इन बैठकों में बहुत नियमित रहते थे। वह अपने दोनों बेटों की प्रगति की जानकारी करने के लिए हर महीने स्कूल आते थे।
रत्ना नायर और उनके परिवार ने उपराष्ट्रपति का नारियल पानी से स्वागत किया। उन्होंने उपराष्ट्रपति को खाने में घर की बनी इडली और केले के चिप्स परोसे। हालांकि, उनके कई अन्य छात्र उच्च पदों पर हैं, ज्यादातर सेना और पुलिस में हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि जब उनमें से एक देश में दूसरे सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचा है और इसके लिए रत्ना नायर को अपने “जगदीप” पर बहुत गर्व है। इस मुलाकात में केरल विधान सभा के अध्यक्ष ए.एन. शमसीर भी उपस्थित रहे। स्कूल टीचर से मुलाकात को लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक ट्वीट भी किया। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि एक गौरवान्वित छात्र अपने पसंदीदा शिक्षक का आभार व्यक्त करता है!
