इस साल उत्पादन घटने से लीची का स्वाद महंगा पड़ेगा। फल कारोबारियों के अनुसार बेमौसम बारिश ने इसका उत्पादन घटा दिया है। वर्तमान में शहर की प्रमुख मंडियों में इसका खुदरा भाव 130 से 140 रुपए प्रति किलो तक बोला जा रहा है। आगे इसके दामों में और तेजी की आशंका हैं।
इस साल लीची उत्पादन आधे से भी कम होने की संभावना है। देश में पिछले साल करीब 7 लाख टन लीची का पैदा हुई थी। बिहार और झारखंड में पैदावार जरूर घटेगी, लेकिन पश्चिम बंगाल, पंजाब, छत्तीसगढ़, असम समेत लीची के अन्य उत्पादक राज्यों में इसकी फसल अच्छी है। इसलिए इस साल कुल पैदावार बहुत ज्यादा गिरने की संभावना नहीं है। फिर भी उत्पादन 10 फीसदी घट सकता है।
फल मंडियों में अभी थोड़ी बहुत लीची की आवक शुरू हुई है। अच्छी गुणवत्ता की लीची आने में 4 से 5 दिन और लग सकते हैं। तभी इसके दामों का सही आंकलन हो पाएगा। पैदावार में कमी को देखते हुए किसानों को लीची के भाव 50 से 60 रुपए किलो मिलने की संभावना है। पिछले साल 50 रुपए किलो तक भाव मिले थे।
