कृषि विषय की छात्राओं को प्रोत्साहन योजना’ में दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि में तीन गुणा तक बढोत्तरी की गई है। बजट घोषणा 2023-24 के ‘राजस्थान युवा कृषक कौशल व क्षमता संवर्द्धन मिशन’ के माध्यम से कृषि शिक्षा के प्रति छात्राओं का रुझान बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने प्रोत्साहन राशि बढाई है। अभी 11वीं कक्षा से लेकर पीएचडी तक 5 हजार से 15 हजार की प्रोत्याहन राशि मिल रही है, जिसे बढाकर 15 हजार से लेकर 40 हजार रुपये प्रतिवर्ष कर दिया गया है। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि बालिकाएं कृषि क्षेत्र में नवीनतम विधाएं जाने और औपचारिक प्रशिक्षण प्राप्त करें, जिससे न केवल परिवार की आय बढ़ेगी, बल्कि वे राज्य और देश की समृद्धि में भी छात्राओं का योगदान बढेगा।
कृषि आयुक्त कानाराम ने बताया कि मिशन के तहत राज्य में कृषि विषय की 11वीं व 12वीं कक्षा की छात्राओं को प्रतिवर्ष 5 हजार रुपये से बढ़ाकर 15 हजार की राशि प्रदान की जाएगी। कृषि विज्ञान से स्नातक (बी एस सी-कृषि) और स्नातकोत्तर (एम.एस.सी. कृषि) में अध्ययन करने वाली छात्राओं को 12 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये प्रतिवर्ष दिये जाएंगे। इसी प्रकार कृषि विषय में पीएचडी करने वाली छात्राओं को 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 40 हजार रुपये प्रतिवर्ष (अधिकतम 3 वर्ष) बतौर प्रोत्साहन राशि दिये जाने का प्रावधान किया गया है।
कानाराम के अनुसार इस मिशन के तहत गत 4 वर्षों में 84 हजार 583 छात्राओं को कुल 55 करोड़ 17 लाख 87 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई।
मिशन में आवेदन करने के लिए छात्रा का राजस्थान का मूल निवासी होना तथा किसी भी राजकीय एवं राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालय, महाविद्यालय या विश्वविद्यालय में कृषि संकाय में अध्ययनरत होना आवश्यक है। कृषक कौशल व क्षमता संवर्द्धन मिशन में आवेदन करते समय जन आधार कार्ड, गत वर्ष की अंकतालिका और मूल निवास प्रमाण पत्र आदि जरूरी दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड करना होगा।
इच्छुक छात्राएँ ई-मित्र के माध्यम से अथवा स्वयं की एस.एस.ओ. आई.डी. से राज किसान साथी पोर्टल पर प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन कर सकती हैं। योजना अथवा आवेदन के संबंध में कोई भी जानकारी प्राप्त करने के लिए छात्राएं निकट के किसान सेवा केंद्र पर कृषि पर्यवेक्षक या सहायक कृषि अधिकारी या जिला स्तर पर उप निदेशक कृषि (विस्तार) से भी सम्पर्क कर सकती हैं।

