चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने पहले क्वालीफायर मुकाबले में गुजरात टाइटंस (जीटी) को 15 रनों से हराकर फाइनल का टिकट पक्का कर लिया। मगर इस मुकाबले के दौरान एक ऐसी घटना घटित हुई है जिसमें सीएसके कप्तान एमएस धोनी की चालाकी देख हर कोई हैरान रह गया।
असल में, गुजरात की पारी के 15वें ओवर के बाद धोनी अपने गेंदबाज मथीशा पथिराना से गेंदबाजी करना चाहते थे। लेकिन अंपायर ने इसके लिए मना कर दिया। धोनी ने अंपायर से इसके बारे में जानना चाहा कि पथिराना ओवर क्यों नहीं कर सकता। अंपायर ने कहा है कि पथिराना कुछ समय के लिए मैदान से बाहर गए थे, ऐसे में पथिराना को उतना ही वक्त मैदान पर बिताना होगा। इसपर धोनी ने चार मिनट तक अंपायर को अपनी बातों में उलझाए रखा। यह समय सीमा पूरी होते ही धोनी ने पथिराना को गेंदबाजी करने के लिए बुला लिया।
जब इस विषय में चर्चा हो रही थी तो अंपायर भी समय का ध्यान रखे बिना धोनी से बातचीत करते रहे। धोनी ने बड़ी चालाकी से अंपायर को अपनी रणनीति में उलझा लिया। लेकिन धोनी की चालाकी ऑस्ट्रेलियाई पूर्व दिग्गज ब्रैड हॉग को पसंद नहीं आई। उन्होंने ट्वीट कर अंपायर को फटकार लगा दी।
हॉग ने कहा, धोनी ने अपनी उपस्थिति का पूरी तरह से उपयोग करते हुए अंपायरों को 4 मिनट तक व्यस्त रखा, जिसकी बदौलत लंबे ब्रेक तक दूर रहे पथिराना को गेंदबाजी करने का मौका मिल गया। मैदान पर स्थिति को नियंत्रित करने के बजाय अंपायरों का इस घटना पर हंसना गलत है।
