
राजस्थान में टेस्टिंग बढ़ने के साथ ही कोरोना के केसों में उछाल आया है। राज्य में पिछले 9 दिन में टेस्टिंग डबल कर दी गई, तो संक्रमण दर भी9 गुना बढ़ गई। नए साल की शुरुआत से रविवार 9 जनवरी तक 19,950 मरीज मिल चुके हैं, जबकि 8 मरीजों की जान जा चुकी है। 1 जनवरी को 301 केस मिले थे।
राज्य में 1 जनवरी तक रोजाना औसतन 30 से 31 हजार की संख्या में टेस्ट किए जा रहे थे, जो अब बढ़कर 62 हजार से ज्यादा होने लगे हैं। इस कारण पिछले एक सप्ताह की औसत टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी पर पहुंच गई है, जो प्रदेश में कम्युनिटी स्प्रेड कासंकेत देती है। जिलेवार स्थिति देखें तो अजमेर, भरतपुर, बीकानेर, चित्तौड़गढ़, दौसा, जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। इन जिलों में संक्रमण की दर 9 फीसदी से भी ज्यादा पहुंच गई है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने कोरोना को कंट्रोल करने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है।
खाटूश्यामजी में आज 51 नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। प्रशासन ने 500 मीटर एरिया में जीरो मोबिलिटी कर्फ्यू घोषित किया है। आने-जाने में प्रतिबंध रहेगा। दैनिक आवश्यकता से संबंधित जनरल स्टोर सब्जी की दुकान खुली रहेगी। एसडीएम राजेश कुमार मीणा ने बताया कि राजू की चैन से सवामणी होटल की गली, कबूतर चौक और श्याम के निकास तक के जीरो मोबिलिटी क्षेत्र घोषित किया गया है।
जयपुर में संक्रमण की दर 9 जनवरी को 18 फीसदी से ज्यादा दर्ज की गई है। रोजाना औसतन 12 से 13 हजार टेस्ट हो रहे हैं। हालांकि दूसरे जिलों में टेस्टिंग अब भी बहुत कम हो रही है। जोधपुर दूसरा सबसे ज्यादा केस वाला शहर है, लेकिन यहां औसतन टेस्टिंग साढ़े तीन हजार से 4 हजार के बीच हो रही है।