आऱआरबी-एनटीपीसी रिजल्ट को लेकर चल रहे विवाद के बीच हिंसा भड़काने के आरोप में पटना के मशहूर खान सर पर पत्रकार नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। अब इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। खान सर के समर्थन में राजनेता सामने आ रहे हैं। जाप सुप्रीमों पपु यादव ने इस मामले पर कहा कि आऱआरबी-एनटीपीसी आंदोलन मामले में शिक्षक पर मुकदमा दर्ज करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
खान सर जीएस रिसर्च सेंटर कोचिंग के संचालक और यूट्यबर हैं। सोशल मीडिया पर इनकी फैन फॉलोइंग जबरदस्त है। खान सर का पूरा नाम फैजल खान है और वह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले हैं। इनके नाम को लेकर भी चर्चा रही है। कभी अमित सिंह के नाम से खान सर का दुष्प्रचार किया गया था। ये कोचिंग सेंटर चलाते हैं और यूट्यूब पर फ्री क्लास भी देते हैं । इनके पढ़ाने के अंदाज से बच्चे काफी प्रभावित हैं।
खान सर के पिता भारतीय सेना में अफसर हैं और उनका बड़ा भाई सेना में कमांडों है। खान सर उर्फ फेजल खान भी सेना में भर्ती होना चाहते थे, लेकिन 12वीं पास करने के बाद उनका एनडीए में चयन नहीं हो सका। इसके बाद उन्होंने कोचिंग शुरू कर दी और फिर यूट्यूब कर जरिए बच्चों को क्लास देनी शुरू की। इसके बाद वो धीरे-धीरे उत्तर प्रदेश, बिहार व अन्य राज्यों में मशहूर हो गए।
बता दें कि आऱआरबी-एनटीपीसी के नतीजों को लेकर विवाद चल रहा है जिसके खिलाफ छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी से संबंधित खान सर का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो आऱआरबी-एनटीपीसी की परीक्षा रद्द नहीं होने पर सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने की सलाह दे रहे हैं। इसके बाद कथित तौर पर छात्रों को भड़काने के आरोप में खान सर के अलावा एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल वर्मा सर और बाजार समिति के विभिन्न कोचिंग संचालकों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
अस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है, संविधान में हिंसा और तोड़फोड़ का अधिकार किसी को नहीं है। वैसे अब वक्त आ गया है जब सरकार रोजगार के विषय में बात करें, नहीं तो हालात इससे भी भयानक हो सकते हैं। आऱआरबी-एनटीपीसी उपद्रव के नाम पर खान सर सहित अन्य शिक्षकों पर किए गए मुकदमे इस अघोषित युवा आंदोलन को और भी ज्यादा भड़का सकता है।
