
गुजरात के अहमदाबाद में वर्ष 2008 में सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में आज शुक्रवार को अदालत ने सजा का ऐलान कर दिया।विशेष न्यायाधीश एआर पटेल की अदालत ने 49 में से 38 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है, जबकि 11 दोषियों को उम्र कैद हुई है। फैसला ऐतिहासिक है, क्योंकि देश के इतिहास में पहली बार एकसाथ 38 लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई है। इससे पहले केवल राजीव गांधी हत्याकांड में एकसाथ 26 लोगों को सजा सुनाई गई थी।
पिछले साल सितंबर में 13 साल पहले हुए बम धमाकों के मामले में सुनवाई पूरी हो गई थी। विशेष कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।13 साल चले इस मामले की लंबी सुनवाई के दौरान अभियोजन ने 1100 गवाहों के बयान दर्ज किए थे। वर्ष 2008 में हुए अहमदाबाद बम धमाकों में 56 लोगों की मौत हुई थी।दिसंबर 2009 से इस मामले में सुनवाई चल रही थी।
26 जुलाई 2008 को अहमदाबाद शहर में 70 मिनट के अंतराल पर कुल 21 बम धमाके हुए थे। इन बम धमाकों में 56 लोगों की मौत हुई थी, जबकि करीब 200 लोग इस धमाके में घायल हुए थे। पुलिस ने दावा किया था कि, इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े लोगों ने इन बम धमाकों को अंजाम दिया। इंडियन मुजाहिदीन को सिमी से जुड़ा संगठन बताया जाता है।