
स्वच्छता का संदेश देने के लिए राजस्थान के दौसा जिले में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारीऔर स्कूल के टीचरों ने एक स्कूल में नहा कर नहीं आए बच्चे को भरी ठंड में कपड़े उतरवाकर ठंडे पानी से नहला दिया। बच्चा ठंडे पानी के कारण धूजता रहा, लेकिन अधिकारी व टीचर खड़े-खड़े हंसते रहे और वीडियो बनाते रहे। इसका वीडियो सामने आने के बाद शिक्षा अधिकारी ने सफाई दी है कि वे स्वच्छता का संदेश दे रहे थे। किसी को ठेस पहुंचाने के मकसद से ऐसा नहीं किया गया है।
मामला 17 फरवरी को दौसा जिले के देलाड़ी गांव के सीनियर सेकेंडरी स्कूल का है। दरअसल, शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा व समग्र शिक्षा में सहायक निदेशक राजीव शर्मा ने 17 फरवरी को सुबह 11 से 12 बजे के बीच स्कूल का निरीक्षण किया था। अधिकारी चौथी क्लास में पहुंचे और बच्चों से पूछा कि कौन नहाकर नहीं आया है? इस पर 9 साल के बच्चे ने बताया कि वो नहाकर नहीं आया है। शर्मा उस बच्चे को क्लास से बाहर लेकर आए और सभी के सामने कपड़े उतरवा दिए। फिर स्कूल में बने हौद के ठंडे पानी से उसे नहला दिया।
इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में शर्मा खुद जग से बच्चे के सिर पर पानी डालते दिखाई दे रहे हैं। यहां एक महिला टीचर के साथ 5 से 7 टीचर भी खड़े हैं, जो वीडियो बना रहे थे।जब बच्चा ठंडे पानी में ठिठुर रहा था तो सभी टीचर हंस रहे थे।मामले को तूल पकड़ता देख सीडीईओ शर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि इन दिनों प्रदेश भर के स्कूलों में स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार अभियान चल रहा है। ऐसे में स्कूलों के निरीक्षण के दौरान प्रतीकात्मक रूप से संदेश देने के लिए बच्चे को गंदा व बिना नहाए देख नहला दिया ताकि दूसरे बच्चों में भी स्वच्छता का संदेश जाए, इसे अन्यथा नहीं लिया जाए।
अधिकारीके इस कारनामे पर दौसा कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी का कहना है कि बच्चे को नहलाने का प्रकरण जानकारी में आया है। पूरा घटनाक्रम शिक्षा विभाग से जुड़ा है, ऐसे में मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट मंगवाई है, उसके बाद कार्रवाई पर विचार करेंगे।