राजस्थान की 7 हजार ग्राम सेवा सहकारी समितियों में जुलाई 2022 तक चुनाव करा दिये जाएंगे। इस बार के चुनाव में वार्ड पद्धति लागू की जाएगी। यह जानकारी राज्य के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने आज दी।
आंजना मंगलवार को शासन सचिवालय के मंत्रालय भवन में विभागीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राम सेवा सहकारी समितियों के चुनाव संम्पन्न होने के बाद केन्द्रीय सहकारी बैंकों एवं अपेक्स बैंक के चुनाव कराए जाएंगे। जिन जिला दुग्ध संघों में चुनाव होने है, उनके भी चुनाव शीघ्र कराने के निर्देश दिए।
मंत्री ने कहा कि ग्राम सेवा सहकारी समितियों में व्यवथापकों के खाली पदों को भरने के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने व्यवस्थापकों के सेवा नियमों सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की। आंजना ने कहा कि किसानों को बुवाई के दौरान खाद बीज की समस्या नही हो, इसके लिए समय पर खाद एवं बीज का भंडारण सुनिश्चित किया जाए।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि 1 अप्रेल से किसानों को 20 हजार करोड़ रूपये का ब्याज मुक्त फसली ऋण वितरण की शुरूआत होगी। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव सहकारिता दिनेश कुमार ने कहा कि व्यवस्थापकों के खाली पदों को भरने के लिए मार्च के अंत तक पाच सदस्य कमेटी अपनी रिपोर्ट दे देगी और विधिक राय लेकर शीघ्र ही पूरा कर ग्राम सेवा सहकारी समितियों की कार्य प्रणाली को मजबूत किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पीएलडीबी को घाटे से उभारने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है। किसानों को ऋण वितरण के साथ बी-कॉम्पोनेंट के लिए अलग से रिपोर्ट बनाई जाएगी। रजिस्ट्रार सहकारिता मुक्तानंद अग्रवाल ने कहा कि ग्राम सेवा सहकारी समितियों के चुनाव से संबंधित प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कैबिनेट उप समिति के निर्णय के अनुसार तिलम संघ की परिसम्पतियों का विक्रय किया जाना है। ग्राम सेवा सहकारी समितियों की आय को बढ़ाने के लिए व्यवसाय विविधिकरण पर जोर दिया जा रहा है।
