लगभग दो महीने बाद जयपुर पुलिस की मेहनत रंग लाई। जयपुर से लापता हुई दोनों बहनों को पुलिस ने लखनऊ में दस्तायाब कर लिया हैं। दोनों बच्चियां सकुशल है। इसके साथ ही पुलिस ने राहत की सांस ली है। उन्हें लखनऊ से जयपुर लाया जा रहा है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दोनों बच्चियां लखनऊ में पिछले डेढ़ महीने से डोर टू डोर मार्केटिंग कर रही थी। पुलिस के करीब 10,000 से ज्यादा जवान बच्चियों को खोजने में जुटे थे। एसआईटी की टीम का भी गठन किया गया था। इसी के साथ डेडिकेटेड टेक्नीकल, साइबर टीम, कमिश्नरेट की स्पेशल टीम व दक्षिण जिले की डीएसटी बच्चियों की तलाश कर रही थी। पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव प्रतिदिन पूरे मामले की मोनिटरिंग कर रहे थे।
दोनों बालिकाओं का लंबे समय तक सुराग नहीं लगने पर उनके पिता अवधेश कुमार पुरोहित ने मुख्यमंत्री सहित पुलिस के बड़े अधिकारियों को अपनी पीड़ा बताई थी। वहीं राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने विरोध प्रदर्शन किया था। राज्य मानवाधिकार आयोग ने पुलिस आयुक्त से मामले की जांच उच्चाधिकारी से करवाने के साथ ही 28 मार्च तक प्रगति रिपोर्ट मांगी थी।
करतारपुरा निवासी पुरोहित की दोनों बेटियां रमा कंवर और भावना गत 3 फरवरी से लापता थी। पुरोहित ने महेश नगर थाने में रिपोर्ट दी थी कि बेटी भावना जोकि 12वीं कक्षा में पढ़ती है और रमा कंवर जोकि 11वीं कक्षा में पढ़ती है, ने 3 फरवरी को स्कूल छोड़ा था। निर्धारित समय के बाद भी वह घर नहीं लौटी। स्कूल में जाकर पूछा को स्टाफ ने कहा कि वे बीमार होने की बात कहकर चली गई थी।
सूत्रो के अनुसार लखनऊ पहुंचने पर दोनों बहनों ने कई लोगों से मदद मांगी थी। एक ऑटो चालक से कहा था कि वह बच्चों को पढ़ाई करा सकती है। अगर किसी बच्चे को ट्यूशन की जरूरत है तो वह दे सकती हैं। कुछ दिन पीजी में बिताने के बाद लड़कियों को डोर-टू-डोर सामान बेचने का काम मिला था। सामान बिकने पर कुछ पैसा मिलने से वह अपना खाना-पीना और रहने का खर्च निकाल रही थी। दोनों बहनों ने घर से निकलने की बात पुलिस को अब तक नहीं बताई है।
