बच्चे और युवा स्मार्टफोन को लेकर इतने सेंसिटिव हो गए हैं कि उसके लिए जिंदगी तक दांव पर लगा दे रहे हैं। ऐसा एक दर्दनाक हादसा अलवर में हुआ।
जानकारी के अनुसार जयपुर-हिसार पैंसेजर से अपने गांव लौटते वक्त एक युवक के हाथ से फोन छिटक कर ट्रैक पर गिर गया। युवक ने पहले तो चेन पुलिंग की कोशिश की। ट्रेन नहीं रुकी तो मोबाइल के लिए चलती ट्रेन से कूद गया। गिरने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। 14 हजार की नौकरी करने वाले रघुराम के पिता मिट्टी के बर्तन बनाते हैं और वह परिवार का सहारा था। परिवार ने उसकी आंखें दान कर दी हैं।
अलवर जीआरपी के एसएचओ लक्ष्मण सिंह ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब 8 बजे सूचना मिली कि हिसार-जयपुर ट्रेन से बसवा निवासी 24 साल का युवक रघुराम अपने गांव जा रहा था। अलवर रेलवे जंक्शन से ट्रेन आगे बढ़ी तो वह गेट के पास खड़ा होकर मोबाइल पर बात करने लगा। ईटाराणा पुलिया के करीब रघुराम का मोबाइल हाथ से छूटकर ट्रैक पर जा गिरा। रघुराम बेचैन हो गया। उसने भागकर चेन खींची, लेकिन ट्रेन नहीं रुकी। उसे बाद वह मोबाइल के लिए चलती ट्रेन से कूद पड़ा। ट्रैक पर गिरने से उसकी मौत हो गई। जीआरपी पुलिस ने आज सुबह शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सुपुर्द किया।
रघुराम के चचेरे भाई हनुमान ने बताया कि रघुराम नीमराणा की हीरो फैक्ट्री में काम करता था। वह छुट्टी में अपने गांव बसवा लौट रहा था। रेवाड़ी से वह हिसार-जयपुर पैसेंजर में चढ़ा था। ट्रेन से गिरकर उसकी मौत हो गई। हमने उसकी आंखें दान कर दी। ताकि उसकी आंखों की रोशनी किसी और के काम आ सके। रघुराम ने आईटीआई किया था। दो भाई और एक बहन का बचपन बेहद गरीबी में बीता था। दोनों भाई नौकरी कर घर चला रहे थे।
