राजस्थान के करौली शहर में शनिवार को हिंदूवादी संगठनों की बाइक रैली पर पथराव के कारण हुए उपद्रव के बाद रविवार को सन्नाटा छाया रहा। कर्फ्यू के कारण लोग घरों में ही दुबके रहे। चारों ओर पुलिस ही पुलिस नजर आई। दो समुदायों में हुए तनाव का असर लोगों की जिंदगी पर साफ नजर आ रहा है। शहर में 4 अप्रैल तक कर्फ्यू लगाया गया है। प्रशासन ने कैला देवी के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालुओं पर कोई रोक नहीं लगाई है। उनकी सुरक्षा के लिए जवान तैनात किए गए हैं।
शनिवार को भड़की हिंसा में उपद्रवियों ने 35 से अधिक दुकानों तोड़फोड़ की और आग लगा दी। हिंसा करने वालों ने शहर के फूटकोट चौराहे पर एक मकान को भी आग के हवाले कर दिया। बुरा बतासे वाली गली में स्थित कटले में 70 में से 20 दुकानें आग से जल गई। इसके अलावा दो बाइक जल गई और दो दर्जन बाइकों में तोड़फोड़ की गई। दो होटल और दो जीप में भी तोड़फोड़ की गई है।
इसबीच, रेंज आईजी ने कहा कि पहली प्राथमिकता शांति बहाली है। इसके लिए सभी को प्रयास करने होंगे। कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है और 33 लोगों को हिरासत में लिया गया है। रात करीब एक बजे तक चली बैठक में सहमति बनी की दोनों समुदाय के लोग घरों में रहेंगे और आसपास के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करेंगे।
उपद्रव के बाद शहर में चार अप्रैल तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। जिले में इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है। रविवार को सिर्फ मेडिकल स्टोर खोलने की ही छूट दी गई है। लेकिन आज दूध की डेयरी और अन्य आवश्यक वस्तुओं की दुकानें बंद ही नजर आई। प्रशासन का कहना है कि कर्फ्यू में दोपहर 3 से 5 तक दूध और सब्जी की सप्लाई हुई है। इमरजेंसी में शहर से बाहर जाने वाले लोगों को कोतवाली थानाधिकारी से अनुमति लेनी होगी।
