रामनवमी के मौके पर राजस्थान में भरतपुर पुलिस और विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई.। शोभायात्रा के दौरान पुलिस द्वारा रामधुन बंद कराए जाने से विहिप कार्यकर्ता नाराज हो गए और अशोक गहलोत सरकार पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगा दिया।
भरतपुर में आज रामनवमी के मौके पर विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों द्वारा शोभायात्रा निकाली जा रही थी। शहर के मथुरा गेट थाना इलाके में जामा मस्जिद के पास रामधुन बजाई जा रही थी। उसी दौरान वहां भारी संख्या में पुलिस बल के साथ अधिकारी पहुंच गए और रामधुन बंद करवा दी। रामधुन को बंद कराए जाने के बाद विवाद हो गया और हिंदू परिषद के सदस्यों और पुलिस अधिकारियों में तीखी बहस होने लगी। अधिकारियों द्वारा काफी समझाने के बाद लोग शांत हुए।
विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार हिंदू विरोधी है। इस बात को लेकर पुलिस और स्थानीय लोगों में काफी देर तक विवाद होता रहा। विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी नरेश खंडेलवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हिंदू विरोधी हैं। इस सरकार को जनता सबक सिखाएगी। रामधुन बंद करवाना बेहद शर्मनाक है।
एएसपी चंद्र प्रकाश शर्मा ने बताया कि रामधुन बजाने की अनुमति जिला प्रशासन से नहीं ली गई थी, इसलिए उसे बंद करा दिया गया। बाद में इन लोगों ने इजाजत ले ली तो इसे बजाने की अनुमति भी दे दी गई।
