
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की एक आंतरिक रिपोर्ट के अनुसार केवल रिया चक्रवर्ती के बयान के आधार पर कथित बॉलीवुड ड्रग्स रैकेट में हाई-प्रोफाइल हस्तियों की संलिप्तता को साबित करना मुश्किल काम है। एनसीबी की यह रिपोर्ट इस मामले में विश्वसनीय सबूतों की कमी और आरोपियों के खिलाफ किसी ठोस बरामदगी की कमी का संकेत देती है। इस मामले में कई महीनों की देरी के बावजूद चार्ज-शीट दाखिल की जानी बाकी है। पूरा मामला 2020 में सुर्खियों में तब आया, जब रिया चक्रवर्ती को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद गिरफ्तार किया गया था।
सुशांत सिंह राजपूत के परिवार ने रिया के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया था। कथित ड्रग्स की खरीद के मामले की जांच उसके समानांतर चलती रही। रिया चक्रवर्ती की कथित वॉट्सऐप चैट से इस मामले में दीपिका पादुकोण, कृति सेनन, रकुल प्रीत सिंह, सारा अली खान, आयुष शर्मा और अन्य सहित बॉलीवुड की कई हस्तियों का नाम उछला। बाद में मुंबई पुलिस, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) को आपस में जुड़े कई मामलों में विभिन्न कोणों की जांच के लिए शामिल किया गया।
अब एनसीबी की आंतरिक रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि कैसे इस ड्रग्स मामले में जांचकर्ताओं की प्रारंभिक टीम की जांच ने मौजूदा टीम के लिए आरोपों को साबित करना मुश्किल बना दिया है। ये पूरा मामला केवल रिया चक्रवर्ती के बयान पर आधारित है। मामले की जांच करने वाले जांच अधिकारी सहित टीम के कई प्रमुख सदस्य एनसीबी से बाहर जा चुके हैं और एक नई टीम इस मामले की जांच कर रही है। कुछ महीने पहले एनसीबी के महानिदेशक एसएन प्रधान को सौंपी गई रिपोर्ट में इस ड्रग्स मामले में नामित और जिनसे पूछताछ की गई, उन सभी व्यक्तियों का उल्लेख किया गया है। आंतरिक रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस मामले में ड्रग्स की कोई जब्ती नहीं हुई है। जांच से यह पता नहीं चल सका है कि नामजद व्यक्तियों के पास कितनी मात्रा में मादक पदार्थ थे, जिनका सेवन तब किया गया था।
रिपोर्ट का निष्कर्ष है कि विश्वसनीय वॉट्सऐप चैट या अन्य डिजिटल साक्ष्य के सबूतों के अभाव में केवल रिया चक्रवर्ती के बयान के आधार पर अन्य लोगों की संलिप्तता को साबित करना मुश्किल होगा। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद सामने आए कथित ड्रग्स खरीद मामले की जांच के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने पहल की थी। इसके लिए एक एसआईटी का गठन किया गया और रिया चक्रवर्ती जांच अधिकारी के सामने पेश हुईं और अपना बयान दिया। अपने बयान में रिया चक्रवर्ती ने कथित तौर पर कबूल किया कि वह मारिजुआना और हशीश सहित नशीले पदार्थों की खरीद और उनका सेवन कर रही थीं। उन्हें इस मामले में गिरफ्तार नहीं किया गया था, क्योंकि प्रतिबंधित पदार्थ की कोई जब्ती नहीं हुई थी। कोई भी नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) मामला मुख्य रूप से और पूरी तरह से प्रतिबंधित पदार्थ की बरामदगी पर निर्भर करता है। रिया चक्रवर्ती को मुंबई जोनल यूनिट ने एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया था।