
गुना जिले में काले हिरणों व मोर को मारकर ले जा रहे बदमाशों ने 3 पुलिसवालों की हत्या कर दी।सूचना मिलने पर भारी तादात में पुलिसबल पहुंचा, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुके थे।इस मामले में फिलहाल पुलिस के आला अधिकारी कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन अस्पताल सहित घटना स्थल पर भारी पुलिसबल तैनात किया गया।पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचने के सभी प्रयास शुरू कर दिए हैं।
मध्य प्रदेश सरकार शिकारियों की गोलीबारी में शहीद हुए तीनों पुलिसकर्मियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए देगी। उनके अंतिम संस्कार में भी जिलों के प्रभारी मंत्री शामिल होंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में कड़ा एक्शन लेते हुए ग्वालियर रैंज आईजी अनिल शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। आईजी घटनास्थल पर देरी से पहुंचे थे।
जानकारी के अनुसार गुना जिले में आरोन क्षेत्र में काले हिरण का शिकार कर ले जा रहे बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में बदमाशों ने तीनों पुलिसवालों की गोली मारकर हत्या कर दी है। ये घटना शनिवार अलसुबह 3 से 4 बजे के बीच की बताई जा रही है। घटना में सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम की मौत हो गई है। वहीं वाहन चालक को गंभीर अवस्था में उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।
पुलिसवालों को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बरखेड़ा गांव के समीप से शिकारी मोर व हिरण का शिकार कर ले जा रहे हैं।इस पर पुलिस टीम शिकारियों को घेरने पहुंची थी।मौके पर शिकारियों और पुलिस के बीच जमकर मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन पुलिसवालों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि 5 हिरण और एक मोर का शिकार किया गया है। सूचना मिलते ही एसपी राजीव कुमार मिश्रा मौके पर पहुंचे और पुलिस आरोपियों की पहचान में जुट गई।पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस वारदात में करीब सात आरोपी शामिल हैं, जिन्होंने 5 काले हिरण और एक मोर का शिकार किया है।पुलिसवालों का पोस्टमार्टम किया गया है।इसके साथ ही मोर और हिरण के शवों को भी पीएम के लिए भेज दिया गया है।
बताते हैं कि काले हिरणों की हत्या शादी की पार्टी के लिए की गई थी।एक बदमाश की बेटी की शादी थी। इसी शादी में वह मेहमानों को हिरण और मोरों का मांस खिलाने वाला था। इसलिए उसने साथी शिकारियों को तैयार किया और देर रात आरोन थाना इलाके के जंगलों में पहुंचा।