उदयपुर के चिंतन शिविर में कांग्रेस में बड़े बदलाव को लेकर सिफारिशों पर मुहर तो लगा दी गई, लेकिन इनसे बचने की गलियां भी निकाल दी गईं। अब अगले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में कई बुजुर्ग नेताओं के टिकट कटने तय हैं। युवाओं को संगठन से लेकर चुनाव टिकट वितरण में प्राथमिकता मिलेगी। ये बदलाव 2024 के लोकसभा चुनाव और इसके बाद होने वाले विधानसभा चुनावों से लागू होंगे।
कांग्रेस के इस नव संकल्प शिविर के अंतिम दिन समापन सत्र को संबोधित करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने घोषणा करी कि 2 अक्टूबर गांधी जयंती से कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा शुरू करेंगे। इसमें युवाओं के साथ सभी शामिल होंगे। पदयात्रा का उद्देश्य सामाजिक सौहार्द को मजबूत करना और संविधान के मौलिक तत्व का संरक्षण करना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में आंतरिक सुधार के लिए टास्क फोर्स का भी गठन किया जाएगा। साथ ही जिला स्तर के जन जागरण अभियान का दूसरा चरण 15 जून से शुरू किया जाएगा।
शिविर में तय किया या कि लोकसभा चुनावों में 50 प्रतिशत टिकट 50 साल से कम उम्र के नेताओं को मिलेंगे। लोकसभा चुनावों से पहले होने वाले चुनावों में यह प्रावधान लागू नहीं होगा। युवाओं से जुड़े हुए समूह की इन सिफारिशों को लागू करने पर सभी ने सहमति जताई है। बुजुर्ग नेताओं को मार्गदर्शक मंडल में भेजने की तैयारी है।
कांग्रेस के संगठन में टॉप टू बॉटम हर स्तर पर 50 फीसदी पद 50 साल से कम उम्र के नेताओं को देने का प्रावधान होगा। चिंतन शिविर में मंथन के बाद तैयार किए ‘उदयपुर डिक्लेरेशन’ में इसे लागू करने का फैसला किया है।
कांग्रेस के युवाओं से जुड़े ग्रुप की सिफारिशों में नेताओं की रिटायरमेंट की उम्र तय करने का सुझाव दिया है। इसके अनुसार लोकसभा, विधानसभा से लेकर सभी चुने हुए पदों पर रिटायरमेंट की एक उम्र तय होगी। बुजुर्ग नेताओं को चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। बुजुर्ग नेताओं को पार्टी संगठन की मजबूती के लिए काम लेने की सिफारिश की गई है। यह प्रावधान लागू होते ही कांग्रेस में बुजुर्ग नेता टिकटों की दौड़ से बाहर हो जाएंगे।
एक परिवार से एक ही टिकट देने का प्रावधान लागू होगा, लेकिन अगर एक परिवार के किसी दूसरे नेता ने संगठन में पांच साल काम किया है तो उसे टिकट मिल सकेगा। अगर किसी नेता का बेटा पांच साल से संगठन में एक्टिव है तो परिवार से दूसरा टिकट मिल सकेगा। यह प्रावधान लागू करने से गांधी परिवार के अलावा कई बड़े नेताओं के परिवारों को दो टिकट लेने में दिक्कत नहीं होगी। कांग्रेस के ब्लॉक, जिला, प्रदेश और एआईसीसी लेवल के पदाधिकारियों के काम का मूल्यांकन होगा। काम नहीं करने वाले नेताओं के पद छीने जाएंगे।
ब्लॉक से लेकर प्रदेश लेवल तक 50 फीसदी पदाधिकारी 50 साल से कम उम्र के होंगे। इससे युवा नेताओं को पार्टी में पद मिलेंगे। पार्टी के पदों में आजा-जजा, ओबीसी और अल्पसंख्यकों को भी भागीदारी देने के लिए आरक्षण का प्रावधान लागू होगा।
हर राज्य में पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी का गठन किया जाए। आजादी के 75 साल पूरे होने पर हर जिला स्तर पर 9 अगस्त से 75 किलोमीटर लंबी पदयात्रा निकाली जाएगी। कांग्रेस में 90 से 180 दिन में ब्लॉक, जिला, प्रदेश लेवल पर खाली पड़े संगठन के पदों पर नियुक्तियों होंगी। कांग्रेस में मंडल कमेटियां बनेंगी।

