
एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का प्रस्तावक बनने के लिए राजस्थान के आदिवासी विधायक घर की शादी व बीमार को उसके हाल पर छोड़कर दिल्ली गए हैं। भाजपा ने राज्य के पांचों आदिवासी विधायकों को फौरन दिल्ली आने को कहा तो वे सबकुछ छोड़कर गुरुवार को विमान से रवाना हो गए। इनमें उदयपुर ग्रामीण विधानसभा से फूलसिंह मीणा, सलूम्बर से अमृतलाल मीणा, झाड़ोल से बाबूलाल खराड़ी, पिंडवाड़ा से समाराम गरासिया और गढ़ी से कैलाश मीणा शामिल हैं। उदयपुर सांसद अर्जुन मीणा भी प्रस्ताव बने हैं।
ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई आदिवासी राष्ट्रपति का उम्मीदवार है और उनके लिए प्रस्तावक भी आदिवासी विधायक बनाए गए हैं। राजस्थान में 25 और गुजरात में 27 आदिवासी सीटें हैं।
राजस्थान के आदिवासी विधायकों को ऐन वक्त पर प्रस्ताव बनाए जाने की जानकारी मिली। फिर भी वे दिल्ली जाने के लिए तैयार हो गए। जबकि पिंडवाड़ा विधायक समाराम गरासिया के बेटी की शादी बुधवार को ही हुई थी। शादी में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आई थीं। वहीं सलूम्बर विधायक अमृतलाल मीणा के परिवार में भी शादी है। लेकिन, आलाकमान के आदेश मिलते ही दोनों दिल्ली चले गए।
उदयपुर ग्रामीण से विधायक फूलसिंह मीणा ने बताया कि उनके परिवार में दो लोग बीमार हैं। मगर हमारे लिए प्रस्तावक बनना ज्यादा महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, पहली बार किसी आदिवासी को राष्ट्रपति बनने का मौका मिल रहा है। इससे हमारे परिवार और पूरे आदिवासी समाज में बेहद खुशी है। समाज गर्व महसूस कर रहा हैं। ये हमारे लिए बहुत बड़ा मौका है।