
प्रवर्तन निदेशालय ने आज चाइनीज मोबाइल फोन निर्माता कंपनी वीवो के खिलाफ एक्शन लिया है। ईडी ने वीवो और उससे संबंधित फर्म और सहायक कंपनियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश समेत दक्षिण भारत समेत देशभर के कई राज्यों में वीवो के 44 ठिकानों पर छापेमारी की है। फिलहाल इस एक्शन पर कंपनी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा ये एक्शन प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्डरिंग एक्ट तहत लिया गया है। ईडी देशभर में वीवो के विभिन्न विभागों पर छापेमारी कर रही है और आवश्यक डॉक्युमेंट्स की जांच कर रही है। इसी मामले में सीबीआई भी जांच कर रही है।
बता दें कि मनी लांड्रिंग मामले में ही वीवो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के गुरुग्राम स्थित एचएचबीसी बैंक अकाउंट अटैच कर एसजीएसटी विभाग ने करीब 220 करोड़ रुपये की वसूली की है। दरअसल, वर्ष 2020 में कंपनी के जीएसटी रिटर्न की जांच की गई थी। इसमें सामने आया था कि दाखिल रिटर्न से 110.06 करोड़ रुपये अधिक टैक्स क्रेडिट क्लेम किया गया था। इसके बाद ही नियमों के उल्लंघन को लेकर कंपनी को धारा-74 के अंतर्गत नोटिस जारी किया गया था।
आईटी विभाग ने कंपनी पर आरोप लगाया था कि उसने 500 करोड़ रुपये से अधिक की इनकम की गलत घोषणा की थी। कंपनी द्वारा रॉयल्टी के नाम पर पैसे की हेराफेरी की जा रही थी।