ऑस्ट्रेलिया में हुए टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम का सफर सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों मिली करारी हार से समाप्त हो गया। मगर हमारे कुछ खिलाड़ियों ने इस टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया। विराट कोहली उनमें से एक रहे।
आईसीसी ने अब विराट की उस पारी को खास जगह दी गई है, जो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ खेली थी। आईसीसी ने लिखा है, भारत मुश्किल में था. ऐसा लग रहा था कि उन्होंने काफ़ी देर कर दी है। क्योंकि सिर्फ आठ गेंदों पर 28 रनों की आवश्यकता थी। हारिस रऊफ बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे थे। वह अपना चौथा ओवर फेंक रहे थे और दो गेंदें बाकी थीं। उस समय तक रऊफ ने अपने स्पेल में सिर्फ 24 रन दिए थे, लेकिन भारत और विराट कोहली के सामने अब नहीं, तो कभी नहीं वाली स्थिति थी। हारिस रऊफ ने अगली गेंद फेंकी, जो अच्छी गति की थी। मकसद था कोहली को शॉट मारने के लिए जगह न देना। गेंद भी वैसी ही थी।
आईसीसी ने विराट कोहली के उस शॉट की तारीफ में कहा कि इस गेंद पर कोहली ने वो किया जो किसी भी बल्लेबाज के लिए असंभव सा कारनामा था। लेकिन अपनी कलाई के कमाल से विराट ने ऐसा शॉट मारा कि मेलबर्न के आसमान में उड़ी गेंद सीधे स्टैंड में जाकर गिरी। आईसीसी का कहना है कि विराट का वो शॉट उसी समय इतिहास में दर्ज हो गया।
विराट कोहली ने अगली गेंद पर एक और छक्का लगाकर भारत को वापस मैच में ला दिया। फिर आखिरी ओवर में नाटकीय प्रदर्शन करते हुए भारत ने ये मैच जीत लिया। आईसीसी का कहना है कि विराट कोहली का हारिस रऊफ के ओवर की पांचवीं गेंद पर मारा गया छक्का ऐसे भी जबर्दस्त था। लेकिन स्थिति को देखते हुए ये असाधारण था और बिना किसी बहस के ये कहा जा सकता है कि ये अभी तक के टी-20 मैचों का सर्वश्रेष्ठ सिंगल शॉट था।
