हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक बार फिर जनता ने रिवाज कायम रखते हुए राज बदल दिया है। हर चुनाव की तरह इस बार भी सत्ता बदली है। कांग्रेस ने बहुमत के लिए जरूरी 35 सीटों का आंकड़ा पार कर 40 सीटें जीत ली हैं।
वहीं, भाजपा 25 सीटों पर सिमट गई। 2017 के मुकाबले उसे 19 सीटों का नुकसान हुआ। 3 सीटों पर निर्दलियों ने जीत दर्ज की है। एमसीडी चुनाव में भाजपा को हराने वाली आम आदमी पार्टी प्रदेश में खाता भी नहीं खोल पाई। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नतीजों के बाद इस्तीफा दे दिया है। इधर, कांग्रेस में सीएम चुनने के लिए मंथन जारी है। वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह रेस में आगे हैं।
कांग्रेस ने सभी विधायकों को जीत के बाद तुरंत कांग्रेस दफ्तर आने को कहा गया है। वहां से इन्हें अभी चंडीगढ़ ले जाने की तैयारी है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस चुनाव जीतने वाले अपने सभी विधायकों को प्रदेश से बाहर दूसरे राज्यों में ले जा सकती है, ताकि इन्हें भाजपा नेताओं के संपर्क से दूर रखा जा सके।
विधायकों को छत्तीसगढ़ या राजस्थान भेजा जा सकता है। ऐसी खबर है कि रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट को भी बुक कर लिया गया है। हालांकि अभी तक इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। पार्टी सूत्रों की मानें तो हाईकमान ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हिमाचल का पर्यवेक्षक बनाया है। सीएम चुनने के लिए हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के साथ दोनों नेता शिमला जाएंगे।
