1971 के लोंगेवाला युद्ध के हीरो शेरगढ़ के भैरोंसिंह राठौड़ का सोमवार को निधन हो गया। उन्होंने जोधपुर एम्स में 81 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। सांस की तकलीफ के चलते भैरोंसिंह 14 दिसम्बर से जोधपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ही विजय दिवस के उपलक्ष में भैरोंसिंह राठौड़ के पुत्र से फोन पर बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी।
शेरगढ़ के सोलंकियातला गांव में जन्मे भैरोंसिंह राठौड़ बीएसएफ की 14 बटालियन में 1971 में जैसलमेर के लोंगेवाला पोस्ट पर तैनात थे। जहां पर उन्होंने अपने असाधारण शौर्य का परिचय देते हुए पाक सैनिकों के दांत खट्टे कर दिए थे। भारत-पाक सीमा स्थित लोंगेवाला पोस्ट पर उन्होंने मेजर कुलदीपसिंह की 120 सैनिकों की टुकड़ी में तैनात रहकर पाक के टैंक ध्वस्त कर दुश्मनों को मार गिराया। सूरमा भैरोसिंह ने एमएफजी से 15-20 पाकिस्तानी दुश्मनों को ढेर कर दिया था।
भैरोसिंह बताते थे कि युद्ध में वे मेजर कुलदीपसिंह के नेतृत्व में डटकर लड़े। सन 1997 में रिलीज हुई बॉर्डर फ़िल्म में सुनील शेट्टी ने राठौड़ का रोल अदा किया था। फ़िल्म में सिंह को शहीद बताया गया था, हालांकि असल जिंदगी में फ़िल्म के रियल हीरो भैरोंसिंह अपनी सरजमीं सोलंकियातला में जिन्दगी बिता रहे थे। 1971 के युद्ध में पराक्रम दिखाने पर राठौड़ को तत्कालीन मुख्यमंत्री बरकतुल्लाह खान ने सेना मेडल से नवाजा था। सन 1963 में बीएसएफ में भर्ती होकर राठौड़ 1987 में रिटायर्ड हुए थे।
