फेल करने और अच्छे नंबर की एवज में छात्राओं पर शारीरिक संबंध का दबाव बनाने के आरोपी राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आरटीयू) के प्रोफेसर को गुरुवार दोपहर सस्पेंड कर दिया गया है। आरटीयू, कोटा के वीसी एसके सिंह ने कहा कि 3 सदस्यीय कमेटी की जांच के आधार पर कार्रवाई की गई है।
इधर, आरटीयू में करीब 3 घंटे तक हंगामा चलता रहा। कार्रवाई की मांग को लेकर बड़ी संख्या में छात्र विरोध-प्रदर्शन पर उतर आए। वे गुरुवार सुबह साढ़े 10 बजे से यूनिवर्सिटी के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए और बैनर-पोस्टर लेकर नारेबाजी करते रहे। इसीबीच वीसी को किसी ने जूता मार दिया। इससे कुछ देर के लिए बवाल के हालात बन गए। मगर आरोपी प्रोफेसर को सस्पेंड करने के बाद छात्र शांत हो गए।
आरोपी एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार के खिलाफ एक और छात्रा ने पुलिस में शिकायत दी है। इस छात्रा ने भी फेल करने और शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव का आरोप लगाया है। बुधवार देर रात ही गिरीश परमार और बिचौलिए छात्र अर्पित अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया था। अर्पित ही लड़कियों को पास कराने का झांसा देकर प्रोफेसर से मिलने को कहता था।
विवादों के बीच एक ऑडियो सामने आया है। इसमें प्रोफेसर गिरीश को बी-टेक फाइनल की एक छात्रा से बातचीत करते हुए सुना जा रहा है। ऑडियो में प्रोफेसर छात्र को जिताने का दावा करते हुए कह रहा है कि मस्त रहे, जाने-अंजाने में तेरा काम कर ही देता हूं। दावा किया जा रहा है कि यह ऑडियो अगस्त में हुए छात्रसंघ चुनाव के दौरान का है।
आरोपी प्रोफेसर मूलरूप से श्रीगंगानगर का रहने वाला है। वर्तमान में कोटा के बसंत विहार, थाना दादाबाड़ी में रहता है। वह लंबे समय से आरटीयू में लगा हुआ है। उसका बिचौलिया अर्पित महावीर नगर-II का रहने वाला है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अर्पित पर भी कार्रवाई की है।
प्रोफेसर अपनी करतूतों की वजह से काफी चर्चा में रहा है। गिरीश परमार व एक अन्य प्रोफेसर के खिलाफ डेढ़ साल पहले डाटा एंट्री ऑपरेटर ने भी थाने में शिकायत दी थी। 9-10 साल पहले ओछी हरकत के चलते महिला टीचर के पति ने गिरीश परमार की पिटाई की थी।
