आमतौर पर ऐसा अनुभव किया जाता है कि लड़कियां अपनी पसंद को लेकर भ्रमित रहती हैं। इस बात को अब विज्ञान द्वारा भी साबित किया जा सकता है। लड़कियां फैशन की दुनिया से लेकर निजी जिंदगी तक में भ्रमित नजर आती हैं। एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार लड़कियों के पसंद में बदलाव के पीछे जैविक कारण होते हैं। इसका असर निजी जीवन पर भी पड़ता है। जैविक रूप से उन्हें कभी चॉकलेटी लड़का पसंद आता है, तो कभी वे वाइल्ड लुक वाले लड़कों पर दिल फेंकती नजर आती हैं। इसका मतलब यह कतई नहीं है कि लड़कियां रिश्तों को लेकर गंभीर नहीं होतीं।
‘साइक्लॉजी टुडे’ की एक रिपोर्ट में लड़कियों की पसंद को लेकर विस्तृत चर्चा की गई है। इसमें कहा गया है कि ऐसा संभव है कि एक लड़की कुछ दिनों तक चॉकलेटी लुक वाले लड़के को पसंद करे और कुछ दिन बाद उसकी पसंद बदल जाए। वह अगले हफ्ते वाइल्ड लुक वाले लड़के पर दिल फेंकती नजर आ सकती है।
लड़कियों के पसंद में बदलाव के पीछे का कारण उनकी बॉडी में हर माह होने वाला ग्रंथि-जैविक बदलाव है। इस पत्रिक के एक अध्ययन में कहा गया है कि लड़कियों का विपरित लिंग के प्रति आकर्षण उनके पीरियड साइकिल के हिसाब से बदल सकता है। ऐसा बिल्कुल संभव है कि कोई लड़की पीरियड साइकिल के शुरू में चॉकलेटी लुक वाले लड़के को पसंद करे और वही लड़की जब ओवुलेट (अंडोत्सर्ग) होती हो तो उस दौरान वह किसी वाइल्ड लुक वाले लड़के के साथ समय बिताना पसंद करे.
इस सर्वे में कहा गया है कि महिलाएं जब ‘लोवर रिस्क ऑफ कंसेप्शन’ के दौर में होती हैं तो सोचती हैं कि गुड लुकिंग लड़का एक अच्छा पिता बन सकता है। ‘लोवर रिस्क ऑफ कंसेप्शन’ से मतलब उस समय अवधि से है, जब महिलाएं संभोग करें तो उनके गर्भवती होने की संभावना काफी कम रहती है। ऐसे समय में वह चॉक्लेटी लुक वाले लड़कों की ओर आकर्षित होती हैं। ठीक इसके उलट जब महिलाएं ओवुलेट होती हैं। यानी पीडियड साइकिल का वह समय जब महिलाओं में ऐग बनते हैं और संभोग करने पर उनके मां बनने की संभावना प्रबल होती है। ऐसे समय में वह वाइल्ड लुक वाले लड़कों की ओर आकर्षित होती हैं।
राइटर करेन वु पीएचडी द्वारा किए गए इस सर्वे में उन्होंने 262 सिंगल एशियन अमेरिकन महिलाओं को शामिल किया। इनकी उम्र 18 से 30 साल रखी गई। इस दौरान इन महिलाओं को उनकी उम्र के हिसाब से विभिन्न वर्गों में बांटा गया और उनसे पीरियड साइकिल को लेकर प्रश्नावली दी गई। इन सभी का तीन मिनट का स्पीड डेट टेस्ट किया गया। हर टेस्ट के बाद लड़कियों को अगली डेट का विकल्प दिया गया और उनसे प्राथमिकता बताने को कहा गया कि वे किस तरह के लड़के- चॉकलेटी या वाइल्ड के साथ डेट करना पसंद करेंगी? इस अध्ययन के निष्कर्ष में पाया गया कि अधिकतर महिलाओं के एक पीरियड साइकिल में उनकी पसंद में काफी अंतर था।
