दिल्ली पुलिस ने 12 जनवरी को जहांगीरपुरी इलाके से जिन 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया था, उनके घर से 2 हैंड ग्रेनेड बरामद किये हैं। पुलिस को इस घर में खून के निशान भी मिले हैं, जिसके चलते माना जा रहा है कि यहां किसी की हत्या की गई है। वे दोनों आतंकी भलस्वा डेयरी के इसी घर में किराए पर रह रहे थे।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि आतंकियों ने घर में किसी का मर्डर किया और उसका वीडियो बनाकर अपने हैंडलर को भेजा है। पुलिस को दोनों के मोबाइल से आतंकी प्लानिंग का ब्लू प्रिंट मिला भी है। 13 जनवरी को दोनों से पूछताछ में जो जानकारी सामने आई थी, उसके बाद शुक्रवार को पुलिस ने भलस्वा डेयरी इलाके में श्रद्धा कॉलोनी के इस घर में छापेमारी की थी।
उल्लेखनीय है कि, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को जहांगीरपुरी इलाके में 2 संदिग्धों के छिपे होने की खबर मिली थी। 12 जनवरी की छापेमारी में पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 पिस्टल और 22 कारतूस बरामद किए थे। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। संदिग्धों की पहचान जगजीत सिंह उर्फ जग्गा (29 साल) और नौशाद (56 साल) के रूप में हुई है।
जगजीत उत्तराखंड के उधम सिंह नगर का रहने वाला है। वहीं, नौशाद का घर दिल्ली के जहांगीरपुरी में है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि जगजीत सिंह खलिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श दल्ला के संपर्क में था। दूसरे देशों के भारत विरोधी तत्वों से उसे लगातार निर्देश मिल रहे थे। गिल को भारत सरकार ने आतंकी घोषित किया हुआ है। वह पंजाब में टारगेट किलिंग, टेरर फाइनेंसिंग और हवाला जैसे अपराधों में शामिल रहा है।
13 जनवरी को पुलिस ने उन्हें दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने पेश किया। इसी दौरान संदिग्धों ने पुलिस को भलस्वा डेयरी के ठिकाने पर हैंड ग्रेनेड होने की जानकारी दी थी। कोर्ट ने दोनों आतंकियों को 14 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा है।
