हिस्ट्रीशीटर बेटे की मां ने किया सुसाइड

उदयपुर के सुखेर थाने के हिस्ट्रीशीटर दीपक मेनारिया की मां ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया। हिस्ट्रीशीटर की मां बेटे से मिलने के लिए राजसमन्द के अस्पताल गई थी। बेटे से मिलने के बाद गीता मेनारिया ने जहर खा लिया। उसे गंभीर अवस्था में उदयपुर के गीतांजलि अस्पताल रेफर किया गया। जहां शनिवार देर रात इलाज के दौरान गीता ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने बताया कि महिला को बेटे के एनकाउंटर का डर था।

शुक्रवार शाम को राजसमंद जिले के केलवा में दीपक और किशन प्रॉपर्टी डीलर को अपहरण करके ले जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस से उसकी मुठभेड़ हो गई। फायरिंग के बाद पुलिस ने दीपक और उसके साथी किशन को गिरफ्तार कर लिया। घायल दीपक का राजसमंद में राजकीय आरके अस्पताल में इलाज चल रहा था। बेटे से मिलने के लिए दीपक की मां गीता कल शाम अस्पताल आई थी।

उदयपुर के सुखेर से दो हिस्ट्रीशीटर दीपक और किशन ने 1 फरवरी को प्रॉपर्टी कारोबारी का अपहरण कर 3 तीन दिन तक उसे लेकर घूमते रहे। बदमाशों ने कारोबारी के पिता से 35 लाख रुपए की फिरोती मांगी। रुपए नहीं देने पर एक बीघा जमीन बदमाशों के बताए व्यक्ति के नाम रजिस्ट्री करवाने को कहा। ऐसा नहीं करने पर कारोबारी बेटे को जान से मारने की धमकी दी। मामला दर्ज होने पर बदमाशों के मोबाइल की लोकेशन के आधार पर राजसमंद व उदयपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर शुक्रवार रात दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर 3 विदेशी पिस्टल व एक जिंदा कारतूस बरामद किए और अपहृत कारोबारी को छुड़ाया। बदमाशों की कार डिवाइडर से टकराकर पुलिस की गाड़ी से भिड़ गई थी। इससे दीपक घायल हो गया।

केलवा थानाधिकारी संजय गुर्जर ने बताया, दीपक पुत्र प्रेमशंकर मेनारिया और किशन पुत्र माधवलाल मेनारिया को गिरफ्तार किया गया है। बदमाशों से प्रॉपर्टी कारोबारी नागदा बम्बोला सुखेर उदयपुर निवासी किशन पुत्र शंक लाल रेबारी को मुक्त कराया। दोनों बदमाशों के खिलाफ अपहरण, लूट, फिरौती, हत्या का प्रयास, हत्या, अवैध हथियार संबंधी कई मामले उदयपुर, सुखेर, निम्बा हेड़ा, देलवाड़ा, गोगुंदा, हिरण मगरी आदि थाने में दर्ज हैं। मुख्य आरोपी दीपक मेनारिया के खिलाफ 25 व किशन के खिलाफ 17 मामले दर्ज हैं।

कांकरोली एसएचओ डीपी दाधीच ने बताया कि मृतका गीता ने कोई सुसाइड नोट नहीं लिखा। न किसी को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया। परिजनों ने कहा कि दीपक के पकड़े जाने के बाद संभवतः गीता को दीपक का एनकाउंटर का डर था। शुक्रवार को हादसे के बाद सामने आए वीडियो को देखकर भी वो सहमी हुई थी। वो दीपक मिलने कल अस्पताल पहुंची। उसके बाद जहर खा लिया। इसके बाद वह बस से राजसमन्द से अपने गांव जा रही थी। रास्ते मे तबियत बिगड़ने पर परिजन उसे लेकर उदयपुर के गीतांजलि अस्पताल पहुंचे। इलाज के दौरान देर रात मौत हो गई। मृतका के दीपक के अलावा एक बेटा और है, जो बेहद साधारण सी नौकरी करता है।

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