राजस्थान में झुंझुनूं जिले के उदयपुदवाटी इलाके के छापाली गांव में परमपरा से हटकर एक शादी हुई। 17 फरवरी को हुई इस शादी में दूल्हा-दुल्हन ने फेरों की बजाय संविधान की शपथ लेकर एक दूसरे का हाथ थामा।
गांव के हरजीराम किरोड़ीवाल और बनारसी देवी ने अपनी बेटी सरोज की शादी में फेरे कराने की बजाय मंच पर भारत के संविधान की शपथ दिलाकर विवाह संपन्न करवाया। दुल्हन सरोज और दूल्हे रमेश ने संविधान की शपथ लेकर वैवाहिक जीवन में कदम रखा। यही नही, शादी में डॉ. भीमराव अंबेडकर और संविधान की महिमा से जुड़े लोक गायकों द्वारा गाए गए गानों को डीजे पर गाया और डांस किया गया।
शादी समारोह पांडाल में सजावट के साथ डॉ. भीमराव अंबेडकर, पूर्व राष्ट्रपति एपीजी अब्दुल कलाम और शहीद-ए-आजम भगत सिंह के समेत कई महापुरुषों की तस्वीरों को भी लगाया गया। शादी में बजाए गए गानों में लोगों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया। इस शादी की चर्चा सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोर रही है।
