छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस का तीन दिवसीय महाधिवेशन जारी है। इस सम्मेलन में पार्टी के संविधान में नए नियम जोड़े गए हैं। नए नियमों के अनुसार कांग्रेस सदस्यों को ड्रग्स सेवन से दूर रहना है और सार्वजनिक रूप से पार्टी की आलोचना नहीं करनी जैसी बातें प्रमुख हैं। नए नियम, सदस्यों को स्वयंसेवी कार्य और सामुदायिक सेवा करने के लिए भी कहते हैं। कांग्रेस के संविधान में किए गए संशोधन में कहा गया है कि सदस्यों को साइकोट्रोपिक पदार्थों, प्रतिबंधित दवाओं और नशीले पदार्थों के उपयोग से दूर रहना है।
इसके साथ ही समाज के लिए सार्वजनिक संपत्तियों के निर्माण के लिए कार्यों और परियोजनाओं में भाग लेने और श्रमदान करने के लिए कहा गया है। विशेष रूप से वंचित और गरीब वर्गों के लिए सामाजिक न्याय, समानता और सद्भाव के लिए सेवा करने को तत्पर रहने को भी कहा गया है। कांग्रेस सदस्यों को अपराधिक कृत्यों से भी दूर रहने को कहा गया है।
इसी के साथ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से, खुले तौर पर या अन्यथा, सार्वजनिक मंचों पर पार्टी की स्वीकृत नीतियों और कार्यक्रमों की आलोचना नहीं करने के लिए कहा गया है। कांग्रेस के 85वें पूर्ण सत्र में 15,000 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, जो एक दिन पहले शुरू हुआ। इसमें 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने की उम्मीद की जा रही है। खास तौर पर अन्य विपक्षी दलों के साथ चुनावी गठजोड़ का मुद्दा।
सत्र के पहले दिन शुक्रवार को कांग्रेस संचालन समिति ने पार्टी की शीर्ष परिषद, कार्यसमिति के लिए चुनाव नहीं कराने का फैसला किया और नए पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे को अपने सदस्यों को नामित करने के लिए अधिकृत किया। बाद में पार्टी की विषय समिति ने अपनी पहली बैठक की, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी शुक्रवार दोपहर यहां पहुंचने के तुरंत बाद उपस्थित हुए। बैठक में सत्र में अपनाए जाने वाले छह प्रस्तावों पर विचार-विमर्श हुआ।
