राजस्थान में एक बार फिर इंटरनेट बंद कर दिया गया। यह कदम किसी परीक्षा की वजह से नहीं उठाया गया, बल्कि होली पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया। मामला झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ कस्बे का है।
नवलगढ़ कस्बे में मंगलवार सुबह 7.30 से शाम 7 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं। यहां धुलंडी के अवसर पर गैर-जुलूस निकाला जाता है। लोगों का आरोप है कि इंटरनेट बंद करने के संबंध में पुलिस प्रशासन ने किसी भी तरह की पूर्व सूचना नहीं दी।
लोगों को इंटरनेट बंद होने के बाद पुलिस के संदेश से सूचना मिली। प्रशासन ने तर्क दिया- गैर जुलूस में किसी तरह का विवाद न हो और किसी तरह के गलत वीडियो इंटरनेट पर शेयर न किए जाएं, इसीलिए इंटरनेट बंद कर दिया।
इंटरनेट मंगलवार शाम 7 बजे बाद चालू हो सका। इसके बाद लोगों ने होली की मस्ती की तस्वीरें और वीडियो वॉट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर किए। इस कस्बे में गैर जुलूस मंगलवार को सुबह 8.15 बजे अंबेडकर पार्क से शुरू हुआ और समापन दोपहर 12.30 बजे हो गया था। जुलूस भी शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में निकला। इसके बावजूद शाम 7 बजे तक इंटरनेट बेवजह बंद रखा गया।
जुलूस को लेकर प्रशासन की ओर से कड़े इंतजाम किए थे। जिला कलेक्टर और एसपी ने गैर जुलूस की तैयारियों को लेकर मीटिंग ली थी, लेकिन उन्होंने इंटरनेट बंद के बारे में कोई जानकारी शेयर नहीं की।
दुनियाभर में इंटरनेट बंद करने के मामले में भारत पहले पायदान पर है। असेस नाऊ की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 2016 से इंटरनेट बंदी सबसे ज्यादा होने लगी है। देश में पिछले साल 84 बार इंटरनेट बंद किया गया है। साल 2022 में केवल जम्मू-कश्मीर में 49 बार इंटरनेट बंद किया गया है जिसमें 16 बार लगातार इंटरनेट बंद किया गया है। ऐसा जनवरी से लेकर फरवरी 2022 के बीच हुआ है। जम्मू-कश्मीर के बाद राजस्थान दूसरे नंबर पर है, जहां एक साल में 12 बार इंटरनेट बंद किया गया। तीसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल है, जहां सात बार इंटरनेट शटडाउन हुआ है।
