देश में अब बड़े अस्पताल भी अपने मेडिकल कॉलेज खोल सकेंगे। इसके लिए केंद्र सरकार ने देश के बड़े अस्पतालों से कुछ नियमों में छूट देने का वादा किया है। इस मुद्दे पर देश के कई बड़े अस्पतालों के साथ सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक की, जिसमें 62 बड़े अस्पतालों ने हिस्सा लिया।
एमबीबीएस सीट बढ़ाने और बाहर जाकर पढ़ाई करने वाले छात्रों को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह कदम उठाया है। इसके पीछे देश में मेडिकल शिक्षा को किफायती बनाना मकसद है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बड़े अस्पतालों से गुजारिश की कि वे मेडिकल एजुकेशन में आएं। केंद्र सरकार ने बड़े अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए जमीन और लंबी कागजी कार्यवाही जैसे कई नियमों में ढील देने की तैयारी कर ली है। बैठक में जसलोक, ब्रीच कैंडी, कोकिला बेन, सत्य साई हॉस्पिटल्स और अपोलो जैसे अस्पताल शामिल हुए।
