राजस्थान में मौसम का बदलाव किसानों पर जमकर कहर बरपा रहा है। शुक्रवार को नागौर व पाली में तेज बारिश के साथ गिरी बिजली से एक महिला सहित तीन लोगों की मौत हो गई। खेतों में काम कर रहे अन्य 10 किसान बुरी तरह झुलस गए। तेज बारिश और आंधी के कारण जयपुर-जोधपुर में दोपहर बाद अचानक अंधेरा छा गया। जयपुर शहर के अधिकतर हिस्सों में लाइट गुल हो गई और मुख्य सड़कों पर पेड़ व बिजली के पोल गिर गए। प्रदेश के दस से ज्यादा जिलों में मौसम ने ली करवट से चार-पांच डिग्री तक तापमान में गिरावट आई है।
शुक्रवार को नागौर में करीब 20 मिनट तक हुई मूसलाधार बारिश से किसानों की परेशानी बढ़ गई। खेतों में तैयार फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। जिले के मेड़ता कस्बे में बिजली गिरने से खेत में जीरा एकत्रित कर रहे एक 45 साल के किसान की मौत हो गई। इसी गांव में बिजली गिरने से एक भैंस भी मर गई। आसपास के खेतों में काम कर रहे 10 से ज्यादा किसान बुरी तरह से झुलस गए। सभी को मेड़ता सिटी अस्पताल में पहुंचाया गया।
पाली जिले के जैतारण कस्बे में खेत में काम कर रही एक महिला बेटे के साथ पेड़ के नीचे खड़ी थी। अचानक बिजली पेड़ पर गिर गई। हादसे में महिला और एक बकरी की मौत हो गई। घायल बच्चे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।।
राजधानी जयपुर में आज शाम 5 बजे बाद मौसम में बदलाव हुआ और आंधी चलनी शुरू हो गई। करीब 40 किलोमीटर की रफ्तार से चली इन हवाओं के साथ बारिश भी शुरू हो गई। जेएलएन मार्ग, टोंक रोड, एमआई रोड, झोटवाड़ा, सिरसी, हरमाड़ा, सीकर बाइपास, विद्याधर नगर, वैशाली नगर समेत कई जगहों पर धूल उड़ने से आसमान मटमैला हो गया। ट्रैफिक भी प्रभावित हुआ। मौसम का ये रूप जयपुर के अलावा नागौर, सीकर, अजमेर, राजसमंद, उदयपुर क्षेत्र में भी देखने को मिला। इन जिलों में तेज हवा चली। जोधपुर के कापरड़ा सहित आसपास के गांवों में भी बरसात हुई।
इससे पहले बीकानेर, सीकर में आज सुबह बारिश हुई। मार्च में अभी तक दो बार बेमौसम की बरसात हो चुकी है। प्रदेश के किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं। कटाई के लिए तैयार गेहूं, चना, सरसों, जीरा, इसबगोल की फसलों को बारिश-ओलों से बड़ा नुकसान पहुंचा है। मौसम केंद्र, जयपुर ने 20 मार्च तक मौसम ऐसे खराब रहने का अनुमान व्यक्त किया है। उधर, मौसम के इस बदलाव से दिन का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
