जयपुर शहर को उत्तर और दक्षिण में बांटने के सरकार के निर्णय का विरोध तेज हो गया है। कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि जयपुर का बंटवारा नहीं होने देंगे। इस संबंध में सीएम से बात की जाएगी। वहीं भाजपा विधायक कालीचरन सर्राफ भी इस निर्णय के खिलाफ हो गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है।
सराफ ने लिखा, मैं इस पत्र के माध्यम से आपसे निवेदन करना चाहूंगा कि जयपुर शहर की जन भावना, सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासत, शहर के चहुंमुखी विकास को ध्यान में रखकर उसको दो जिलों में विभाजित न करके एक ही जिला रखा जाए। राज्य सरकार ने पूर्व में भी अविवेकपूर्ण निर्णय लेकर जयपुर नगर निगम को दो भागों में बांट कर जयपुर हेरिटेज एवं जयपुर ग्रेटर नगर निगम में विभाजित किया, जिसके कारण शहर की सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। सीवर लाइनें बह रही है। ऐसा लगता है कि जयपुर शहर का कोई धणीधोरी नहीं है।
उन्होंने कहा कि अब आप जयपुर शहर को 2 जिलों में विभाजित करेंगे, तो शहर की जनता किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेगी। इसलिए इस अविवेकपूर्ण निर्णय को वापस लेकर जयपुर शहर को एक ही जिला घोषित करें। अन्यथा शहर की जनता आंदोलन करने को मजबूर होगी।
