केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने केवल हिंदी और अंग्रेजी भाषा में भर्ती परीक्षा कराने को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर क्षेत्रीय भाषा में भी परीक्षा कराने का आग्रह किया था। स्टालिन ने लिखा था की 9,212 कांस्टेबल (तकनीकी और ट्रेड्समैन) पदों के लिए भर्ती परीक्षा तमिल और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी आयोजित की जाए। इसपर सीआरपीएफ ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा की एसएससी के माध्यम से कांस्टेबल जनरल ड्यूटी तथा कांस्टेबल (तकनीकी और ट्रेड्समैन) पदों के लिए भर्तियां की जाएंगी। कॉन्स्टेबल की भर्ती के लिए कंप्यूटर आधारित परीक्षा सिर्फ हिंदी और अंग्रेजी में आयोजित की जाती है।
सीआरपीएफ की ओर से कहा गया कि कथित तौर पर परीक्षा पेपर में से पूर्व में प्रचलित क्षेत्रीय भाषा को हटाने की बात बिल्कुल गलत है। सीआरपीएफ इन-हाउस भर्ती के लिए क्षेत्रीय भाषाओं में कभी भी लिखित परीक्षा आयोजित नहीं की गई। इसलिए यह कहना कि पेपर की भाषाओं में से कन्नड़ को हटाया गया है, सरासर गलत है। हमेशा से सीआरपीएफ कॉन्स्टेबल की भर्ती के लिए कंप्यूटर आधारित परीक्षा सिर्फ हिंदी और अंग्रेजी में आयोजित की जाती रही हैं।
सीआरपीएफ की वैकेंसी के तहत ड्राइवर, मोची, कारपेंटर, टेलर, ब्रास बैंड, माली, पेंटर, कूक, धाबी, नाई और सफाई कर्मचारी जैसे पदों पर भर्तियां की जाएंगी। परीक्षा का आयोजन 1 जुलाई से 13 जुलाई 2023 तक प्रस्तावित है।
