उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा अभेद्य होगी। राम जन्मभूमि की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मंथन में राम जन्मभूमि स्थाई सुरक्षा समिति के सदस्य, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा मौजूद रहे। एडीजी सुरक्षा विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में सुरक्षा समिति की यह बैठक हुई।
बैठक में राम जन्म भूमि की सुरक्षा को अभेद किले के रूप में बनाए जाने की योजना बनाई गई। रामलला की सुरक्षा जल, थल और नभ से की जाएगी। तकनीक का इस्तेमाल करते हुए इसमें मशीनों का प्रयोग किया जाएगा।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राष्ट्रपति भवन व संसद की ही तरह राम जन्मभूमि की सुरक्षा भी अहम है। राम नगरी की सुरक्षा जल, थल और नभ से अभेद्य होगी। इस पर विशेष बल दिया गया है कि सुरक्षाकर्मियों की संख्या घटे और तकनीकी का अधिकाधिक उपयोग किया जाए।
प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (सुरक्षा) वी.के सिंह ने बताया कि राम जन्मभूमि परिसर सहित अयोध्या की वर्तमान सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की गई। बैठक में राम मंदिर निर्माण की प्रगति के तारतम्य में सुरक्षा व्यवस्था को मुकम्मल करने पर विचार विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि अयोध्या के तीन प्रमुख मेले हैं- चैत्र रामनवमी, कार्तिक पूर्णिमा और सावन झूला मेला। तीनों मेलों के लिए एक निर्धारित सुरक्षा योजना है। अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है, जिसको केंद्र में रखकर मेलों की सुरक्षा व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जाएगा।
